नैनो यूरिया के उपयोग से किसान भूमि, जल व पर्यावरण को बचा सकते है, कहा विशेषज्ञों ने, पढें पूरी खबर।





श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 2 फरवरी 2023। नैनो यूरिया का प्रयोग करके किसान अपनी भूमि, जल एवं पर्यावरण की सुरक्षा में सहयोगी बन सकते है। ये जल विलय उर्वरक है जिसे प्रगतिशील किसानों ने अपना लिया है और अन्य किसानों को भी इस ओर ध्यान देना चाहिए। ये बात बुधवार को कृषि भवन बीकानेर के सभागार में जिला सहकार गोष्ठी में मुख्य अतिथि भूपेंद्र ज्याणी ने कही। इस दौरान नैनो यूनिया के परिणामों पर प्रतिक्रियाओं पर प्रस्तुति देते हुए 6 समितियों को पुरस्कार देकर प्रोत्साहित भी किया गया। सभा की अध्यक्षता इफको के प्रबंधक सुधीर मान ने की और विशिष्ट अतिथि के रूप में संयुक्त निदेशक कृषि कैलाश चौधरी व सहायक निदेशक कृषि अमरसिंह उपस्थित रहें। सभा में 70 क्रय विक्रय एवं ग्राम सेवा सहकारी समिति के व्यवस्थापकों ने भी भाग लिया। श्रीडूंगरगढ़ से गोष्ठी में भाग लेने पहुंचे रामनिवास नैण ने बताया कि इफको बीकानेर के क्षेत्रीय प्रबंधक विजयसिंह लाम्बा ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए खरीफ सीजन-2023 के लिये उर्वरक, जल विलय उर्वरक, बीज एवं रसायन के अग्रिम भण्डारण की योजना के बारे मे विस्तार से जानकारी दी। लांबा ने सभी का आभार व्यक्त किया व कृषि स्नातक प्रशिक्षु अनिल कुमार शर्मा भी सक्रिय रहें।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बीकानेर कृषि भवन सभागार में आयोजित गोष्ठी में बड़ी संख्या में क्षेत्र से व्यवस्थापक शामिल हुए।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। नैनो यूरिया के बारे में प्रगतिशील किसानों से वार्ता का प्रदर्शन भी किया गया।