







बेशक कुछ लोगों को कद्दू का स्वाद सख्त नापसंद होता है लेकिन कद्दू के बीज तो हर किसी का दिल जीत लेते हैं। कई तरह की स्वीट डिश और स्नैक्स बनाने में कद्दू के बीजों का उपयोग होता है। गांवों में तो आज भी अक्सर लोग दोपहर के समय गुनगुनी धूप का आनंद लेते हुए या ढलती शाम का लुत्फ उठाते हुए कद्दू के बीज छीलकर खाते हैं। यहां जानें किस तरह कद्दू के बीज आपकी सेहत का लाभ पहुंचाते हैं, वह भी टेस्टी अंदाज में…
-कद्दू के बीज खाने से आपके शरीर में विटमिन ई और जिंक की कमी दूर होती है। आपको पता होगा कि विटमिन ई आपकी त्वचा को निरोग रखने और उसे सुंदर बनाने का काम करता है।
-इसके साथ ही विटमिन ई आपके शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण में मदद करता है। रक्त के अंदर इन रेड ब्लड सेल्स का प्रतिशत अच्छा बना रहता है तो हीमोग्लोबिन का स्तर सही रहता है और शरीर पर हानिकारक बैक्टीरिया और वायरस का असर कम होता है।
-आपको बता दें कि किसी व्यक्ति के स्वाद और गंध की पहचान करने की क्षमता को बनाए रखने का काम जिंक ही करता है। यदि शरीर में जिंक की कमी हो जाए तो स्वाद और गंध का अहसास खत्म होने के साथ ही व्यक्ति की आंखों की रोशनी भी कम होने लगती है।
-जिंक शरीर में लगी चोट को जल्दी भरने और घाव को ठीक करने का काम करता है। यह पिंपल, फोडे़-फुंसी और कई तरह के त्वचा संबंधी रोगों को पनपने से रोकत है। यानी इतनी सारी समस्याओं से आप मात्र कद्दू के बीजों का सेवन करके ही बचे रह सकते हैं।
फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित करते हैं
-आपको बता दें कि विटमिन ई शरीर के अंदर मौजूद फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित करने का काम करते हैं। ताकि ये फ्री रेडिकल्स शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं को डैमेज ना कर सकें।
-फ्री रेडिकल्स वे हानिकारक तत्व होते हैं, जो शरीर के अंदर भोजन पाचन के दौरान होनेवाली अनेक प्रक्रियाओं के समय मॉलेक्यूल्स के टूटने से उत्पन्न होते हैं। ये शरीर के अंदर मुक्त रूप से घूमते रहते हैं और स्वस्थ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाते हैं। विटमिन-ई इन फ्री रेडिकल्स को रोकने और इनके प्रभाव को कम करने का काम करता है।
शरीर की आंतरिक सूजन को दूर करें
-हमारे शरीर में जितनी सूजन ऊपर की तरफ दिखाई देती है, वैसे ही सूजन हमारे शरीर के अंदर भी आती है। कभी चोट लगने के कारण, कभी फ्री रेडिकल्स के कारण तो कभी शरीर के अंदर पनप रही अन्य बीमारियों के कारण।
-हर तरह की सूजन को दूर करने का एक उपाय है अपनी डायट में उन फलों और सब्जियों का उपयोग करना, जिनसे जिंक की प्राप्ति होती है। कद्दू के बीज शरीर में जिंक की कमी को पूरा कर हर तरह की सूजन को रोकने का काम करते हैं।
फ्री रेडिकल्स को कैसे नियंत्रित करें
-फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित करने के लिए फ्रूड्स और ऐसे सीड्स खाने चाहिए, जो आपके शरीर को ऐंटिऑक्सीडेंट्स जैसे कैरोटिनॉइट्स इत्यादि दे सकें।
-ये ऐंटिऑक्सीडेंट्स फ्री रेडिकल्स को नियंत्रित करने के साथ ही शरीर में इनके कारण होनेवाले नुकसान की भी भरपाई करते हैं। यानी कोशिकाओं को रिपेयर करने में सहायता करते हैं।
-कद्दू के बीज के अतिरिक्त कच्चे टमाटर का सेवन नियमित रूप से करना और मौसमी फलों को अपनी डेली डायट में शामिल करना बहुत लाभकारी होता है।
रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाएं
-कद्दू के बीजों में ऐंटिफंगल यानी फंगल इंफेक्शन को रोकने के गुण पाए जाते हैं।
-कद्दू के बीज शरीर के अंदर हानिकारक माइक्रोब्स को पनपने नहीं देते हैं।
-कद्दू के बीज शरीर में सूजन को कम कर घाव भरने का काम करते हैं।
-कद्दू के बीज एलर्जी फैलानेवाले पैथोजेन्स यानी बैक्टीरिया और वायरस को बढ़ने से रोकते हैं।
-कद्दू के बीज ऐंटिवायरल प्रोपर्टीज से युक्त होते हैं। यानी ये शरीर को वायरल, फ्लू, बुखार इत्यादि से बचाते हैं।
-अपने इन सभी गुणों के कारण कद्दू के बीज एक शानदार रोग प्रतिरोधक फूड के रूप में काम करते हैं। हर दिन दो से तीन चम्मच कद्दू के बीजों का सेवन करके आप अपनी इम्युनिटी को बढ़ा सकते हैं।