श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 जून 2021। आज विश्व पर्यावरण दिवस पर विशेष में सभी पाठक रूबरू हो शिक्षा विभाग की एक अध्यापिका पुष्पा शर्मा से जो रंगों से प्रकृति को सजाती है। वे अध्ययन के अतिरिक्त अपने विद्यार्थियों को पर्यावरण संरक्षण व अपने भावों को चित्रों में उकेरना भी सिखाती है। पुष्पा पत्नी पंकज गौड़ निवासी आड़सर बास राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुरजनसर में शिक्षिका पद पर कार्यरत है। पुष्पा ने बताया कि उन्होंने चित्रकला में कोई डिग्री नहीं ली है बस अपनी रूचि के कारण पेंटिंग्स बनाती है। उन्होंने बताया कि वे बचपन से चित्र बनाती है परन्तु पति से प्रेरणा पाकर कला और संवर गई है। सरकारी नौकरी और पारिवारिक जिम्मेदारियों के बीच उनके साथ व सहयोग से वे केनवास पर रंग भर पाती है। पंकज ने बताया कि पुष्पा की रूचि देखकर मैंने व दोनों पुत्रों ने सदैव सहयोग किया। उन्होंने बताया कि पुष्पा अधिकांश पेंटिंग सौंदर्य प्रधान व भावपूर्ण बनाती है। उन्होंने नारी के सभी रूप चित्रों में सजाएं है परन्तु कोरोना काल में ऑक्सीजन की कमी, मानवीयता के क्षय से आहत होकर पर्यावरण का जो चित्र सजाया यह कलाप्रेमियों द्वारा खासा पसंद किया जा रहा है। पुष्पा ने बताया कि आने वाले समय में बच्चे प्रकृति की गोद में सुरक्षित रहेंगे और हमारे भविष्य के लिए बिना किसी विकल्प के हमें पेड़ लगाने व बचाने ही होंगे इसी बात से प्रेरित होकर यह भाव पेंटिंग में उतारें है। उन्होंने कहा पर्यावरण केवल एक दिन मनाने का उत्सव नहीं इसे स्थाई रूप से स्वीकार करना होगा और इस पर लगातार कार्य करते जाना है जिससे कम हो रही सांसों की डोर ये पेड़, ये प्रकृति थाम सकें। पुष्पा ने अपने स्कूल में भी पर्यावरण की कई पेंटिंग्स बनाई व बच्चों को विषय अध्ययन करवाने के साथ पर्यावरण प्रहरी बनने को भी जागृत करती है। आज पुष्पा ने एक पेड़ लगाने की अपील सभी क्षेत्रवासियों से की है और आप सभी प्रबुद्ध पाठक भी उनके चित्रों को निहारें और उनकी कला को मुक्त कंठो से सराहे।
पुष्पा शर्मा की सौंदर्य व भावपूर्ण कुछ पेंटिंग्स।