राज्य सरकार को भेजे पत्र में दिए प्रमाण, कठोर कार्यवाही की मांग।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में जोनल प्लान सर्वे में हुए करोड़ों के भ्रष्टाचार भाजपा सरकार के कार्यकाल में होने एवं तत्कालीन प्रभावशाली भाजपा नेताओं के इस भ्रष्टाचार में शामिल होने के गंभीर आरोप नगरपालिका नेता प्रतिपक्ष पूनम सारस्वत एवं कांग्रेसी नेता राधेश्याम सारस्वत ने लगाए है। राज्य सरकार को भेजे गए अपने पत्र में कांग्रेस नेता राधेश्याम सारस्वत ने इस भ्रष्टाचार के सुत्रधार ठेकेदार फर्म ग्रीन सिटी सर्वेयर्स कम्पनी को गत भाजपा के कार्यकाल में ही टेंडर मिलने, भाजपा सरकार के कार्यकाल में ही 3.29 करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान होने के प्रमाण भेजे है। अब कांग्रेस सरकार द्वारा भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाते हुए भ्रष्टाचारी अधिकारियों पर कार्यवाही करने के बाद भ्रष्टाचार में शामिल होने वाले भाजपा नेताओं द्वारा सोशल मिडिया पर इस भ्रष्टाचार का दोष कांग्रेस के सिर मढने के प्रयास पर भारी रोष जताया है। सारस्वत ने बताया कि भाजपा सरकार के दौरान 6 नवम्बर 2018 को 75.52 लाख, 29 नवम्बर 2018 को 1.25 करोड रुपए व 3 दिसम्बर 2018 को 1.28 करोड रुपए का भुगतान भाजपा नेताओं की शह पर किया गया था। सारस्वत ने बताया कि उस समय भाजपा नेताओं द्वारा दंबगई एवं झुठे मामले दर्ज करवाने का भय दिखा कर कांग्रेस पार्षद एवं कांग्रेस नेताओं को तो पालिका में जाने ही नही दिया जाता था। उसी समय में भाजपा नेताओं ने अधिकारियों के साथ मिल कर इस भ्रष्टाचार को अंजाम दिया था एवं सरकार बदलने के बाद नगरपालिका की नेता प्रतिपक्ष ने ही सबसे पहले 22 फरवरी 2019 को राज्य सरकार को जांच की मांग का पत्र भेज कर यह मुद्दा उठाया था। राज्य सरकार ने भी इसी पत्र के आधार पर जांच कमेटी का गठन किया व जांच में दोषी पाए जाने पर भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही की। लेकिन भ्रष्टाचार में शामिल रहे भाजपा नेता ही सोशल मिडिया पर भ्रष्टाचार उजागर करने में संघर्ष करने वाले कांग्रेसी कार्यकर्ताओं पर ही भ्रष्टाचार का आरोप लगा कर सस्ती लोकप्रियता हासिल करने का प्रयास कर रहे है। इस पत्र में सारस्वत ने इस भुगतान में जिन्होने भी सहमति प्रदान की है उन सभी को दोषी मानते हुए भ्रष्टाचार में शामिल होने वाले अधिकारियों, कर्मचारियो, नेताओं के विरूद्ध कठोर से कठोर कार्यवाही करने की मांग की है।
यह है मामला।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। राजस्थान उच्च न्यायालय के आदेशों के बाद राज्य सरकार ने आनन फानन में पुरे राज्य के नगर निकायों को जोनल सर्वे करवाने के आदेश दिए एवं इस तुरत फुरत में किए गए आदेशों की आड में राज्य भर में 22 नगरपालिकाओं में अधिकारियों ने नेताओं व ठेकेदारों से मिलीभगत कर करोडों रुपए डकार लिए है। इन आदेशों में किसी प्रकार का कोई स्पष्टीकरण नहीं होने के कारण ही व्याप्क स्तर पर घोटाला करने का मौका मिला था। इन 22 नगरपालिकाओं में भ्रष्टाचारियों के खिलाफ की गई कार्यवाही में सबसे पहले श्रीडूंगरगढ़ का नाम आने से क्षेत्र का आम आदमी इसे अपना अपमान मान रहा है लेकिन साथ ही एक सकारात्मक बात यह भी है कि श्रीडूंगरगढ़ के लोगों द्वारा आवाज उठाने पर ही पुरे राज्य में इस भ्रष्टाचार की पोल खुली है। भले ही आज श्रीडूंगरगढ़वासी अपने शहर के नाम को राज्य भर में भ्रष्टाचार में सबसे पहले आने के कारण स्तब्ध है लेकिन साथ ही हमें गर्व भी है हमारे कारण पुरे राज्य में किए गए भ्रष्टाचार की अब रिकवरी हो सकेगी एवं भ्रष्टाचारियों पर कठोर कार्यवाही हो सकेगी।