







श्रीडूंगरगढ टाइम्स 11 अप्रेल 2020। लॉकडाउन में अगर आप भी घर में बैठे ये सोच रहें है कि क्या करें क्या ना करें तो आप इस खबर से प्रेरणा ले सकते है। श्रीडूंगरगढ क्षेत्र में जो भी सेवा दे रहे है वे सभी अपने परिवार को साथ लेकर ही इस संकट काल में अपने क्षेत्र की सेवा करने में जुटें है। टाइम्स की टीम हर उस सहयोग को सलाम करती है जो कोरोना को हराने में लेश मात्र भी अपना योगदान दे रहा है। आज हम टाइम्स के मंच पर बात करेंगे ऐसे दंपति की जो कोरोना को हराने में जुटे है। अब हमारे क्षेत्र में उनके साथ कदम से कदम मिलाते हुए उनकी गृहणियां भी अपनी अहम भूमिका निभा रही है। आप भी जाने ज्योति राजपुरोहित, सुमित्रा भामू व एक बालिका प्रज्ञा का योगदान–
स्टोरी – 1 आज धीरदेसर पुरोहितान निवासी पूर्व पंचायत समिति सदस्या ज्योति राजपुरोहित पत्नी डॉ. दिलीप राजपुरोहित ने अपने 5 वर्षों के कार्यकाल 2015-2020 की संपूर्ण मीटिंगों आदि के देय भत्ते-तनख्वाह सभी मुख्यमंत्री सहायता कोष में देने हेतु अपनी लिखित अनुशंसा श्रीडूंगरगढ़ के विकास अधिकारी को दे दी है। उनके पति डॉ. दिलीप सिंह राजपुरोहित ने भी प्रधानमंत्री केयर्स में 51 हजार की सहायता दी है। श्रीमति ज्योति अपने घर पर तीन हजार मास्क भी बना कर अपने गांव में वितरण कर रही है। उन्होनें अपने ब्लॉक के सरपंचों से बातचीत की व कहा कि ब्लॉक में गरीब-मजदूर व्यक्ति भूखा न सोएं। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे व उनका परिवार हर संभव मदद के लिए तत्पर है।
धीरदेसर पुरोहितान में समाजसेवी के रूप में पहचाने जाने वाले डॉ.दिलीप सिंह राजपुरोहित ने भी सरपंच ओमप्रकाश शर्मा एंव प्रशासन के सहयोग से गांव की सम्पूर्ण गलियों में सोडियम हाइपोक्लोराइड का छिड़काव करवाया है और लोकडाउन के अंत में एक बार छिड़काव और करने का लक्ष्य रखा है। ये दंपति लॉकडाउन का पालन करते हुए पूरे श्रीडूंगरगढ क्षेत्र के नागरिकों से अपील कर रहे है कि वे घर में रहे और सुरक्षित रहें।
स्टोरी- 2 राजस्थान में भी गुरूवार से मास्क पहन के ही घर से बाहर निकलने का कानून बना दिया गया है। क्षेत्र में समाजसेवी के रूप में अपनी पहचान बना चुके बजरंग भामु व उनकी पत्नी सुमित्रा देवी भी लॉकडाउन के अगले दिन से ही लगातार मास्क बनाने में जुटे है। सुमित्रा देवी बच्चों सहित मास्क बनाने में पूरा दिन व्यतीत कर रही है। सुमित्रा देवी ने नागरिक विकास परिषद द्वारा क्षेत्र में दिए जाने वाले सभी पांच हजार मास्क का खर्चा अपनी बचत से देने की स्वीकृति भी परिषद के सदस्यों को दी है। माता ने सेवा के ये संस्कार तीनों बच्चों को भी दिए है। तीनों अंजली, वीरेन्द्र, भरत के साथ चाचा की बेटी जीत भी निस्वार्थ भाव से लगातार मास्क बनाने में जुटी है। उनके द्वारा बनाए गये मास्क बैंक कर्मियों, पुलिस कर्मियों, चिकित्सा विभाग को पहुचाएं गये है।
स्टोरी- 3 क्षेत्र की बालिका प्रज्ञा सारस्वत ने छोटा ही सही पर अपना योगदान प्रधानमंत्री राहत कोष में जमा कराया है। प्रज्ञा उन बच्चों के लिए प्रेरणा है जो अपने निजी आय को पार्टी व मौज मस्ती में खर्च कर देते है। प्रज्ञा ने अपने मन से घरवालों को कहा कि वह अपने गणगौर के घुड़ले में आए सभी रूपए प्रधानमंत्री राहत कोष में देना चाहती है तो परिवारजनों ने भी उसकी भावनाओं का सम्मान करते हुए तुरंत रूपए ट्रांसफर कर दिए। प्रज्ञा का योगदान भले ही बहुत अधिक धन का नहीं हो पर वह बूंद बूंद से सागर भरने में विश्वास रखने वाले हमारे क्षेत्र में उन सैकड़ों युवकों व युवतियों के लिए प्रेरणीय जरूर साबित हो सकेगी। पूजा के बाद उसकी सहेलियाँ नेहा, गार्गी, सरस्वती, अंजली ,श्रेया ,खुशी भी देश हित में आगे आई और प्रधानमंत्री राहत कोष में अपनी अपनी गणगोर पूजन की राशि जमा करवाई।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। धीरदेसर पुरोहितान से श्रीमती ज्योति राजपुरोहित 3000 मास्क बना कर वितरण कर रहीं है।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीमती सुमित्रा भामू बेटी अंजलि के साथ लगातार मास्क बनाने में जुटी है।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। पूजा सारस्वत सहेलियों के साथ, इन्होंने अपनी गणगोर पूजा में आई राशि कोरोना राहत कोष में जमा करवाई।