श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 28 अप्रैल 2021। पुलिस के नाम से ही आम महिलाओं में घबराहट होने लगती है, थाने जाने के नाम से महिलाऐं आज भी अपनी समस्याओं को सहन कर जाती है, आवाज उठाने वे पुलिस के पास जाने से परहेज ही करती है, राजस्थान पुलिस अब आम महिलाओं के साथ मिल कर “सुरक्षा सखी” के रूप में महिला सुरक्षा हेतु महिलाओं द्वारा पुलिस से संवाद स्थापित करने का नवाचार राज्य भर में करेगी। महिला सुरक्षा हितों के उद्देश्य से राजस्थान पुलिस सुरक्षा सखी का गठन राज्य के सभी थानों में करेगी। थानाधिकारी वेदपाल शिवराण ने जानकारी दी कि “सुरक्षा सखी” संगठन में क्षेत्र की 15 से 70 वर्षीय आयु की कोई भी महिला व बालिका सदस्य बन सकती है। इसमें सभी धर्म जाति व समुदाय को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। कांस्टेबल पुनीत ने बताया कि सुरक्षा सखी की बैठक थानाधिकारी की अध्यक्षता में माह में एक बार करवाना अनिवार्य होगा जिसे थाने में अलग से एक रजिस्टर में संधारण किया जाएगा। इसमें विभिन्न विभागों में कार्यरत महिलाएं व सामाजिक कार्यकर्ता महिलाओं आदि को सदस्य बनाया जाएगा।
महिला सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका होगी सुरक्षा सखी की
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। सुरक्षा सखी में सदस्य बनने वाली महिलाऐं अपने क्षेत्र में महिला सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकेगी। उनका कार्य होगा कि वे अपने क्षेत्र की महिलाओं व बालिकाओं की समस्याओं से पुलिस को अवगत करवाना। क्षेत्र में किसी महिला या बालिका के प्रति अप्रिय व्यवहार, छेड़छाड़, दुर्व्यवहार की जानकारी पुलिस को देना, संदिग्ध व्यक्तियों के आवागमन, घेरलू हिंसा, दहेज उत्पीड़न, बाल विवाह, गुमशुदा बच्चियों, मादक पदार्थों के सेवन, स्कूल व कॉलेज में किसी प्रकार की अवांछनीय गतिविधियों की जानकारी पुलिस को देना तथा क्षेत्र की महिलाओं व बच्चियों के मध्य पुलिस संवाद कायम कर पुलिस से दूरी कम करना है।