कस्बे में आज चारों ओर कोरोना योद्धा कॉन्स्टेबल पुनीत कुमार की ही चर्चा है। जाने ऐसा क्या किया पुनीत ने.?

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 19 जुलाई 2020। कोरोना काल में आए दिन देश एवं विदेश से ऐसी खबरें सुनने, पढ़ने को मिल रही है कि कोरोनो से जान गंवाने वाले व्यक्ति के परिजन भी संक्रमण के डर से दूर भागते है एवं कोरोना वारियर्स के रूप में सरकारी नुमाइंदे ही मृतकों का अंतिम संस्कार करते है। ऐसा ही कोरोना वॉरियर रविवार को श्रीडूंगरगढ़ के सनातन श्मशान घाट पर देखने को मिला पुलिस विभाग के कांस्टेबल पुनीत कुमार के रूप में। हमारी संस्कृति में किसी अंतिम यात्रा में जाना व अंतिम संस्कार में सहयोग करना पुण्य का कार्य माना जाता है आज कोरोना काल में ये पुण्य पुलिस व चिकित्सा विभाग ही ले रहा है। आज पुलिस कांस्टेबल पुनीत कुमार ने अपनी डयुटी से कहीं आगे बढ़कर एक पंडित, मेडिकल स्टाफ, पुलिस व रिश्तेदार, नागरिक सभी कर्तव्यों को एक साथ निभाया। कोरोना शव का मेडिकल प्रोटोकॉल फॉलो करवाने के लिए आज पुलिस कॉन्स्टेबल पुनीत कुमार ने संवेदनशीलता का परिचय दिया और जहां कोरोना से मृत व्यक्ति के शव के पास भी कोई जाने की हिम्मत नहीं कर पाता वहीं कोरोना योद्धा पुनीत कुमार ने पीपीई किट पहनी व चांडक के परिजनों को सभी नियम समझाते हुए शव का अंतिम संस्कार करवाया। सामान्यता: देखा जा रहा है कि वर्तमान में पुलिस द्वारा अपने निर्धारित कर्तव्यों का पालन करना ही बड़ी बात हो जाती है और ऐसे में कांस्टेबल पुनीत कुमार द्वारा अपने कर्तव्यों से कहीं आगे जाकर मानवीयता का फर्ज निभाए जाने पर कस्बे में हर और उनकी चर्चा हो रही है।