श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 नवंबर 2022। कोरोना बीमारी व वैक्सीन पर लगातार बहस छिड़ी हुई है और स्वास्थ्य पर इसके प्रभावों को लेकर अब तो अनेक वैज्ञानिक, डॉक्टर्स, नागरिक दो धड़े में बंटे हुए से नजर आने लगे है। इस माहौल के बीच सुप्रीम कोर्ट में कोरोना वैक्सीन को लेकर सरकार द्वारा दिए गए जवाब से अनेक नागरिकों में निराश का भाव भी भर गया है। आज के दूषित खान पान, वातावरण के समय में नागरिकों के लिए योग, प्राकृतिक चिकित्सा, एक्यूप्रेशर चिकित्सा शरीर के लिए एक अच्छा डिटॉक्सीन साबित हो रहा है। अनेक बड़े बड़े डॉक्टर इसे अपनाने की सलाह दे रहें है और स्वयं भी अपना रहें है। ये बात आज शिक्षाविद् व लंबे समय से योग व प्राकृतिक चिकित्सा से जुड़े समाजसेवी रूपचंद सोनी ने कही। वे अनुराधा कायाकल्प सेंटर पर आयोजित दस दिवसीय निशुल्क शिविर के समापन समारोह में बोल रहें थे। यहां अनेक बुजुर्ग, महिलाओं व युवाओं ने शिविर का लाभ उठाया। मुख्य अतिथि के रूप में शिविर समापन पर एनवीपी के पूर्व अध्यक्ष ओमप्रकाश स्वामी, प्रभुराम बाना, महावीर जांगिड़, गजानंद मूंधड़ा, केसराराम कड़वासरा, कुंभाराम घिटांला, ओमप्रकाश कालवा, प्रह्लाद मीणा, मोहनलाल बिस्सू, समाजसेवी शंकरलाल भुंवाल, सुखदेव भुवांल, अनुराधा भुवांल शामिल रहें। सभी अतिथियों का आयोजक द्वारा साफा पहना कर फूलमालाओं से सम्मान किया गया। योगाचार्य डॉ. ओमप्रकाश भुवांल ने प्राकृतिक शिविर में जुड़े सभी लोगों का आभार प्रकट किया व सभी को स्मृति चिह्न भी दिए।