श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 12 मई 2021। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में बुधवार काे जिला कलेक्टर दौरा करने आ रहें है और वे पूरे क्षेत्र में काेराेना संबधी व्यवस्थाएं देखेंगे। कलेक्टर द्वारा दाैरा दाे दिनाें पहले ही तय हाेने एवं अब ताे उनके आने का समय भी पूर्व निर्धारित हाेने के कारण प्रशासनिक अमला हर जगह लीपापोती कर अपने नम्बर बढ़ाने में जुट गया है। कस्बे के बाजाराें की भीड़ खाली करवाने के लिए प्रशासनिक टीम 10 बजे ही निकल पड़ी है। कस्बे के चिकित्सालय में बनाए गए 10 बेड के काेविड केयर सेंटर में सभी बेड पर ऑक्सीजन सप्लाई भी शुरू कर दी गई है। हालांकि यहां पर कल तक पांच ही बेड पर सप्लाई थी। इसी प्रकार हर गांव में सरपंचाें काे हाईपाेक्लाेराेफाइड का छिड़काव करने एवं गांव के राजकीय स्कूलाें में 15-15 बेड का इंतजाम कर अस्थाई क्वारेंटाइन सेंटर तैयार करने काे कह दिया गया है। नगरपालिका काे भी हर वार्ड में सेनेटाइज का छिड़काव करने काे पाबंद कर अर्लट कर दिया गया है। बाजार में सभी दुकानदारों को मंगलवार शाम ही बुधवार सुबह 10 बजे भीड़ हटाने के निर्देश मौखिक दे दिए गए थे अाैर क्षेत्र में सख्ती के बाद भी बुधवार काे पहली बार गाडा सब्जीमंडी 10.15 बजे बन्द करवाई गई है। कलेक्टर संभावित 11 बजे बाद श्रीडूंगरगढ़ के लिए रवाना हाेगें और ऐसे में जब कलेक्टर पहुंचेगें तब क्षेत्र में हर व्यवस्था चाक चाैबंद मिलेगी। लेकिन क्या ऐसे घाेषित दाैराें से धरातलीय हकीकत का सामना जिला अधिकारी कभी कर पाएंगें, यह सवाल हर किसी के मन में उठ रहा है। क्षेत्र की एम्बुलेंसों में ऑक्सीजन नहीं, काेविड राेगियाें काे घराें में ऑक्सीजन नहीं, बीकानेर में प्राइवेट अस्पतालों को मिल रहे ऑक्सीजन की तर्ज पर श्रीडूंगरगढ़ कस्बे में निजी अस्पतालों को ऑक्सीजन नहीं, बाजार में साेशल डिस्टेसिंग नहीं, वाहनाें पर प्रतिबंध नहीं और काेराेना के सैम्पल नहीं, हाे रही माैताें के आंकड़े नहीं, ये सब नहीं हाेने वाली स्थितियां कलेक्टर के सामने शायद कभी पहुंच ही नहीं पाए एवं स्थानीय प्रशासन कलेक्टर के दाैरे से पहले सभी व्यवस्थाएं दिखावटी रूप से चाक चाैबंद कर अपने नम्बर ताे बढ़ा लेगा परन्तु आम जनता में मचा हाहाकार कभी इन हुक्मरानों की संवेदनाओं का द्वार नहीं खड़का सकेगा।