श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 1 जुलाई 2022। उदयपुर में हुई आतंकी घटना में कन्हैयालाल की नृशंस हत्या के बाद राजस्थान सरकार ने 28 जून रात 9 बजे से नेटबंदी का फैसला लागू किया। इस नेटबंदी से सैंकड़ो ऑनलाइन क्लासेज लेने वाले विद्यार्थी बुरी तरह से परेशान हुए। ये छात्र लगातार यहां वहां फोन पर सूचना ले रहें थे की नेट कब चलेगा क्योंकि उनकी क्लासेज का नुकसान हो रहा था। बड़ी संख्या में युवा ऐसे है जो ऑनलाइन पेमेंट करते है और जेब में रूपए कम ही रखते है। ऐसे लोग भी बुरी तरह से हैरान हुए और वे भी नेट चलने की पूछताछ करते नजर आए। लाइब्रेरियों में या जहां भी ब्रॉडबेंड कनेक्शन चालू थे वहां लोग पासवर्ड मांगते नजर आए। किसी को जरूरी कागजात भेजने थे तो किसी को निमंत्रण पत्र व्हाट्सएप करने थे। ऐसे लोग भी नेटबंदी को कोसते हुए परेशान होते दिखे। बाहर रहने वाले विद्यार्थी भी खातों में रूपए ट्रांसफर नहीं होने से खासी परेशानी में रहें। कुछ मरीज जो दिल्ली, गुड़गांव या बाहर के डॉक्टरों से ऑनलाइन ट्रिटमेंट लेते है वे भी काफि परेशानी झेलते नजर आए। खेत व ढाणी में बैठे नागरिक भी परेशान हुए और नेटबंदी से बाहरी दुनिया से कनेक्शन ही कट जाने की बात कही। हालाकिं कुछ नागरिकों ने सरकार को भी नेटबंदी के लिए कोसा व बताया कि अनेकों कार्यालयों व ऑफिसों में काम सुचारू रूप से नहीं हो सकें।