श्रीडूंगरगढ टाइम्स 24 फरवरी 2020। सस्ती मेहंदी और बिना डॉक्टर के सलाह के मेडिकेटेड साबुन लगाने से त्वचा में दाग, छांही, खुजली आदि की समस्या बढ़ सकती है। बाजार में मिल रही सभी प्रकार की मेहंदी में रसायन मिले होते हैं। इसे लगाने पर सिर की त्वचा के साथ-साथ गाल, गले पर भी संक्रमण व एलर्जी हो सकती है तथा बालों के लिए भी यह समस्या खड़ी कर सकती है।
ये सलाह पीएमसीएच के चर्म एवं सौंदर्य रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास शंकर ने हिन्दुस्तान के पाठकों को फोन पर दी। डॉक्टर की सलाह कार्यक्रम में वे रविवार को हिन्दुस्तान कार्यालय में थे। उन्होंने बताया कि मेडिकेटेड साबुन शरीर को फायदा पहुंचानेवाले कीटाणुओं को भी खत्म कर देते हैं। स्केबीज का समय पर इलाज न हो तो किडनी की भी बीमारी हो सकती है। दिनाई आदि की दवा स्वयं न करें। दवा दुकान से स्टेरॉयडयुक्त क्रीम लेकर लगाने से बीमारी बढ़ सकती है। छांही में सूर्य और एलईडी, सीएफएल की रोशनी व मोबाइल की अल्ट्रा वायलेट तरंगों से बचना चाहिए। बाजार का मिक्स क्रीम न लगाएं। बचाव के लिए 50 एसपीएफ का सनस्क्रीन लोशन या क्रीम लगा सकते हैं।
पाठकों के पूछे सवालों के जवाब में उन्होंने कहा कि सिरोसिस, बाल झड़ना, संपर्क से होनेवाली खुजली आदि का सफल इलाज है। ऐसा होने पर तुरंत चिकित्सक से सलाह लें। कहा कि टैटू गुदवाते समय सावधानी नहीं बरती गई तो हेपेटाइटिस से लेकर एचआईवी से पीड़ित होने की आशंका होती है। दूसरे टैटू एक बार गुदा गया तो सेना और पुलिस की नौकरी नहीं मिलती। टैटू हट सकता है यदि वह डीप निडल से न हुआ हो।
सवाल : चार साल से सिरोसिस है। दवा खाने पर ठीक होता है। छोड़ने पर फिर हो जाता है। (सौरभ, मधेपुरा)
सलाह: सिरोसिस कैसा है, इसका इलाज देखने पर ही होगा। शरीर की साफ-सफाई का ख्याल रखें।
सवाल: ठंड के मौसम में चेहरे पर छांही बढ़ जाती है, चेहरा काला हो जाता है। (राजू सिंह बक्सर, रीता देवी वैशाली व आशीष पटना)
सलाह : छांही होने पर दवा दुकानों से स्टेरॉयड मिली दवा का इस्तेमाल न करें। कोई भी रासायन चहरे पर न लगाएं। धूप में निकलने से बचें। बचाव के लिए 50 एसपीएफ वाला सनस्क्रीन लोशन या क्रीम लगाएं। विशेषज्ञ चिकित्सक से सलाह लें।
सवाल: बाल तेजी से झड़ रहे हैं। बाल की मोटाई और घनापन कम हो रहा है। आंखों की पपनी भी झड़ रही है। (विकास पटना, मदन कुमार बेगुसराय, मनोज मुजफ्फरपुर)
सलाह : प्रतिदिन सिर से 100 बाल टूटना कोई चिंता की बात नहीं है। कई बार थॉयरॉयड, वंशानुगत भी बाल झड़ते हैं। तनाव दूर करें। प्रोटीनयुक्त भोजन, हरी साग-सब्जी खाएं। प्रचूर मात्रा में पानी पीएं। रूसी और खुजली से भी बाल झड़ते हैं।
सवाल: माथे के पीछे फोड़ा-फूंसी निकल जाता है। दवा से भी ठीक नहीं होता है। (संजय कुमार, मधुबनी)
सलाह: शुगर की जांच कराएं। उसके बाद चिकित्सक से सलाह लें।
सवाल: 80 वर्षीय दादी को बार-बार फोड़ा हो जा रहा है। बदबू भी आती है। (आशीष, सहरसा)
सलाह : उम्र के साथ त्वचा की नमी खत्म हो जाती है। उन्हें नियमित रूप से जैतून अथवा नारियल का तेल लगाएं। विशेषज्ञ से दिखाकर दवा लें।
सवाल: चेहरे पर बहुत मुंहासे और फूंसी हैं। (नंदन कुमार रोहतास, काजल, औरंगाबाद)
सलाह: युवाओं में पिंपल (मुंहासे) होना आम बात है। चेहरे पर क्रीम लगाने से त्वचा के पोर बंद हो जाते हैं। तेलीय पदार्थ, मक्शन, दूध उत्पाद और मीठा कम खाएं। अपने से दवा अथवा कॉस्मेटिक क्रीम न लगाएं।
महत्वपूर्ण सलाह :
-सफेद दाग कोई बीमारी नहीं है। यह त्वचा का रंग मात्र है। फोटो थेरेपी से यह पूरी तरह ठीक हो सकता है।
– खुजली में दवा लगाने से जलन बढ़ने, लाली आने पर दवा लगाना बंद कर दें।
– कुष्ठ रोग की दवा सभी सरकारी अस्पतालों में उपलब्ध है।
– गर्मी में धूप में निकलने के पहले अच्छे सनस्क्रीन लगाकर निकलें।
इन्होंने भी पूछे सवाल :
ज्ञानेंद्र सिंह, पटना दरभंगा से राजेंद्र ठाकुर, बक्सर से रानी कुमारी, प्रकाश, रोहतास से रोहित कुमार, बेतिया से सुरेंद्र चौधरी, औरंगाबाद से श्रुति कुमारी, भदार बक्सर से हरिश्चंद्र राम, सासाराम से तरन्नुम, आरा से मंगल सिंह, वैशाली से कौशल किशोर, पूर्वी चंपारण से रामविलास, छपरा से डॉ. एसएन यादव, मधुबनी से शैलेंद्र कुमार, मुंगेर से जयकुमार यादव, कटिहार से मो. सरफराज, जहानाबाद से गजाला परवीन आदि।