श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 2 जनवरी 2019। सरपंचो के चुनाव की राजनीति गांवों में सबसे रोचक होती है। पूरे अंचल में रौनक छा जाती है और प्रत्येक ग्रामीण सीधे तौर पर इससे जुड़ें रहते है। सरपंचो के दंगल में टक्कर भी कांटे की होती है। आज बाना गांव की राजनीति में रोचक मोड़ आया। इतिहास जहां कांटे की टक्कर का रहा है वहां आज बाना गांव में ग्रामीणों ने निर्विरोध अपना सरपंच चुनते हुए ओमप्रकाश बाना के नाम की घोषणा की। हालांकि सहमति ग्रामीणों में बनी है परंतु नामांकन के आखिरी समय तक कोई प्रतिद्वंद्वी नहीं आने पर ही इन्हें सरपंच माना जायेगा। गांव बाना में 2 चुनाव पहले भी ऐसा ही हुआ था जब भंवरलाल बाना को गांव ने निर्विरोध चुना था। उसके अगले चुनाव में बाना की पुत्रवधू मेनका निर्वाचित हुई थी। और इस बार पुनः निर्विरोध होने कि पूरी उम्मीद हैं।
वंही सूडसर व मोमासर, दुलचासर, लिखमादेसर, रिड़ी, बिग्गा, गांव में सरपंच पद के लिए टक्कर रोचकता लिए होगी। क्षेत्र के गांवों में अलग अलग प्रत्याशी ताल ठोक रहे है वहीं भावी सरपंच भी अपने पक्ष में जनमत हासिल करने के प्रयासों में जी तोड़ मेहनत में जुटे है। जैसे जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे वैसे ही गांवों में प्रत्याशी भी बढ़ रहे है।