श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 10 जून 2020। मंगलवार को श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र का पहला कोरोना पॉजिटिव युवक गांव मोमासर में नरेगा श्रमिक के रूप में मिला है। लेकिन इस युवक के पॉजिटिव मिलने के बाद पूरे प्रशासन में हडकंप मच गया है क्योंकि मंगलवार को ही जिला कलेक्टर कुमार पाल गौतम ने गांव मोमासर में इसी नरेगा कार्य का निरीक्षण किया था, जहां पर यह संक्रमित युवक श्रमिक के रूप में कार्य कर रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव मोमासर के बनिया कच्चा जोहड़ खुदाई कार्य पर 277 श्रमिक नियोजित किए हुए है एवं इस कार्य का दूसरा पखवाड़ा चल रहा है। यह युवक 1 जून से 15 जून के पखवाड़े में नियोजित होने की जानकारी सामने आई है एवं युवक पिछले दस दिनों से लगातार इस कार्य पर श्रमिक के रूप में आ रहा था। ऐसे में प्रशासन ने आनन फानन में बुधवार सुबह कार्य को बंद करवाते हुए सभी 277 श्रमिकों को एवं श्रमिकों के परिजनों को अपने अपने घर पर ही क्वारेंटाईन होने के लिए पाबंद किया है। प्रशासनिक दस्ता अब गांव मोमासर से अधिकाधिक संख्या में टेस्ट करवाने की कवायद पर भी सक्रिय हो गया है।
पूरे प्रशासन में मचा हड़कंप।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। मंगलवार को ही जिलाकलेक्टर कुमार पाल गौतम की अगुवाई में इस नरेगा कार्य का निरीक्षण पूरे प्रशासनिक दस्ते ने किया था एवं इससे पूर्व सोमवार को उपखण्ड अधिकारी राकेश कुमार न्यौल की अगुवाई में प्रशासनिक टीम ने इस कार्य का निरीक्षण किया था। लगातार दो दिनों से स्थानीय प्रशासन इसी नरेगा कार्य पर मौजुद रह कर श्रमिकों से मिल रहा था जहां कोरोना संक्रमित युवक बतौर श्रमिक नियोजित था। ऐसे में कलेक्टर सहित उपखण्ड अधिकारी, तहसीलदार, विकास अधिकारी, ग्राम विकास अधिकारी, सरपंच आदि में से कोई भी व्यक्ति अन्य संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आने की आशंका के चलते चिताएं बढ़ गयी है।