श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 नवबंर 2021। ये महीना ये साल भी बीत जाएगा और श्रीडूंगरगढ़ अपने हाल पर दशकों पहले था वहीं आज भी ठहरा है। शहर की रफ्तार व आबादी तो बढ़ रही है परन्तु बदहाल व्यवस्थाओं का कोई हल होता नजर नहीं आता। बढ़ते शहर की आवश्यकताओं पर ध्यान देना तो दूर वर्तमान व्यवस्था को दुरस्त करने पर भी शासन प्रशासन की नजर नहीं है। आज सुबह ही 11.30 बजे घूमचक्कर चौराहे पर गाड़ियों का जाम लग गया जिसमें एक एम्बुलेंस भी फंस गई और राहगिरों के साथ बेदम मरीज ने भी खासी परेशानी उठाई। हालांकि ये नजारा दिन में कई बार यहां नजर आता है और यहां पास ही बेखबर कर्मचारी भी अपनी ड्यूटी कर रहें है। ना केवल घूमचक्कर चौराहा वरन बाजार, घास मंडी रोड, गोपालदास चौक पर दिन में कई कई बार जाम की स्थिति बन जाती है और आमजन परेशान होता है। बात देवें बढ़ते शहर में अभी तक बस स्टैण्ड का मुद्दा भी सुलझने या सफल होने की दिशा में बढ़ता नजर नहीं आ रहा है। बस स्टैंड भी यहां के लिए महत्वाकांक्षी योजना बन गया है जो शासन प्रशासन की जागरूकता व ईच्छाशक्ति के बिना हल होना संभव नहीं है। और ऐसे में निजी हो या सरकारी बसें अपनी मनमर्जी से जहां चाहे वहां खड़ी करके सामान व सवारियों को उतारतें है। इससे लंबे जाम लग जाते है व पीछे खड़ी गाड़ियां भी हॉर्न पर हॉर्न बजा कर ध्वनि प्रदूषण का भी हिस्सा बढ़ा देती है। कई विभागों के वाहन भी इसमें भागीदारी निभाते है।