श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 अगस्त 2020। राम के स्वागत में पलक पावड़े बिछाएं भक्तों ने श्रीडूंगरगढ़ को राममय कर दिया है। सोशल मीडिया पर श्रीराम के जयकारों के वीडियो, स्टेटस, डीपी में फ़ोटो ,बधाई संदेशों की धूम मची है। हालांकि कोरोना के साए ने उत्सव नहीं करने की बाध्यताएं लगा दी है परन्तु उत्साह की कमी कहीं नहीं है। घर घर रामलला के स्वागत की तैयारियां हो रही है। अयोध्या में तीनदिवसीय उत्सव के बारे में आप भी जानें विस्तार से।
प्रकांड विद्वान कर रहें है पूजा विधान।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। अयोध्या में हो रहे भूमि पूजन के पूरे कार्यक्रम में काशी, अयोध्या, दिल्ली, प्रयाग के विद्वानों को बुलाया गया है। अलग-अलग पूजा के अलग-अलग एक्सपर्ट हैं। पूरी टीम 21 ब्राह्मणों की है जो अलग-अलग तरीकों से पूजा कराएगी। यह एक वक्त में नहीं होगी बल्कि अलग-अलग कालखंड में अलग-अलग ब्राह्मण पूजा कराएंगे।
3 अगस्त गणेश पूजन, 4 अगस्त हनुमानजी, निशान पूजन से प्रारंभ हुआ कार्यक्रम।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। किसी भी वैदिक कर्मकांड में समय लगता है इसलिए 3 अगस्त को गणेश पूजन किया गया, जो करीब ढाई घंटे तक चला। 4 अगस्त को राम अर्चना का कार्यक्रम सम्पन्न हुआ और चार अगस्त को ही हनुमान गढ़ी में सुबह 8 बजे हनुमान पूजन और निशान के पूजन का आयोजन किया गया। हनुमानजी महाराज वर्तमान अयोध्या के अधिष्ठता है इसलिए सबसे पहले हनुमानजी की पूजा की जाती है। निशान पूजा अखाड़ों के निशान की पूजा होती है। उनकी पूजा का भी उतना ही महत्व होता है जितना हनुमानजी की पूजा का महत्व है। निर्वाणी अखाड़े के ईष्ट देव हनुमानजी हैं, इसलिए 4 अगस्त को निशान और हनुमानजी की पूजा सम्पन्न की गई।
अयोध्या में आज सम्पन्न होगा राम उत्सव।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। 5 अगस्त दिन बुधवार को सवा 12 बजे शुभ अभिजीत मुहूर्त में पीएम मोदी मंदिर की आधार शिला गर्भगृह में रखकर मंदिर निर्माण का शुभारंभ करा देंगे। तीन चरणों में पूजन और चारों वेदों की ऋचाओं का परायण होगा। भूमि पूजन कार्यक्रम का आरंभ धनिष्ठा नक्षत्र में और समापन शतभिषा नक्षत्र में होगा। 9 ब्राह्मण प्रत्यक्षता पूजन करवाएंगे हालांकि सभी 21 ब्राह्मण साक्षी रहेंगे। उनकी देखरेख में पूरा पूजन होगा। भूमि पूजन में संकल्प लिया जाता है। पूजा किस उद्देश्य से की जा रहा है यह संकल्प में बताया जाता है। तिवारी ने बताया है कि पीएम मोदी पूजा करेंगे तो वह भी संकल्प लेंगे। समाज कल्याण के लिए, विश्व के मंगल के लिए और रामंदिर के लिए, दुनिया में राम की मर्यादाओं की स्थापना के लिए भी पूजा में संकल्प लिया जाएगा। 5 अगस्त का भूमि पूजन का कार्यक्रम करीब 40 मिनट का होगा।










