श्रीडूंगरगढ टाइम्स 26 जुलाई 2020। कहते है किसी माता पिता के लिए संतान के जन्म से बड़ी कोई खुशी नहीं है पर गांव केऊ के पूनमचंद व पुष्पा देवी का आंगन बिना किलकारियों की गुँज के सूना था। परिवार में सभी बुजुर्गों की एक ही आस की जल्द से जल्द पूनमचंद और पुष्पा के आंगन में भी बच्चे की तुतलाती बोली गूंजे और उनका जीवन भी खुशी से खिल उठे। दंपति ने अपने विवाह के 10 वर्षों तक सभी मंदिर देवरों पर माथे टेके पर किसी ना किसी कारण से उनके घर बच्चे का जन्म नहीं हुआ। पूनमचंद की पत्नी गर्भवती तो कई बार हुई परन्तु हर बार अपने आप ही अबॉर्शन हो जाता। आखिरी आस में यह दंपति श्रीडूंगरगढ में धनवंतरी अस्पताल पहुंचें। यहां पर चिकित्सालय की स्त्रीरोग विशेषज्ञा डॉ. प्रणाली जैन की निगरानी में ट्रीटमेंट प्रारम्भ किया और नवें माह बाद गत 1 जुलाई 2020 को नॉर्मल डिलिवरी से पुष्पा ने बालक को जन्म दिया, उनका घर भी स्वस्थ शिशु बालक की किलकारी से गुँज उठा। पूनमचंद ने कहा कि डॉ. को भगवान क्यों कहते है यह अब समझ आ सका है। हम तो उम्मीद ही छोड़ चुके थे और ऐसे में हमारे आँगन का सन्नाटा दूर किया धन्वंतरी हाॅस्पीटल ने। दोनों पति-पत्नी सहित पूरे परिवार में हर्ष की लहर दौड़ गयी है। अब परिवार ने सवामणी के प्रसाद से नाते रिश्तेदारों का लॉकडाउन में भी मुंह मीठा करवाया। चिकित्सालय द्वारा लाकडाउन के दौरान भी विशेष चिकित्सा के दौरान एम्बुलेंस से गर्भवती का रेगुलर चैकअप करवाया गया।

कौन है डॉ. प्रणाली जैन..?
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। डॉ. प्रणाली जैन यंग और अपने काम के प्रति जोश व जुनून से लबरेज युवती है जिन्हें मुंमई के प्रसिद्ध के.ई.एम. हॉस्पिटल व ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में 6 वर्ष से अधिक कार्य करने का अनुभव भी प्राप्त है। स्त्री रोग एवं प्रसूति रोगों में प्रणाली को विशेषज्ञता हासिल है। अब प्रणाली मुंबई से श्रीडूंगरगढ के धनवंतरी हॉस्पीटल में अपनी सेवाएं दे रही है और यहां पहली बार क्षेत्र में बीना चीर फाड़ के एक महिला के क्षतिग्रस्त गर्भाशय को दूरबीन के सफल ऑपरेशन कर राहत दो दिन पूर्व ही उन्होंने दी है। 35 वर्षीय महिला अब बिल्कुल स्वस्थ है और इससे श्रीडूंगरगढ में चिकित्सा क्षेत्र में एक नई राह खुल सकी है। अब तक ऐसे ऑपरेशन के लिए बीकानेर जाने का ही ऑप्शन था जो अब बदल सकेगा क्योंकि बीकानेर जाने, आने, रहने की परेशानियों से परिजनों को होने वाली दिक्कतों से निजात मिल सकेगी।

धनवतंरी अस्पताल में उपलब्ध है ये सुविधाऐं भी।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। क्षेत्र के इस निजी चिकित्सालय में सभी प्रकार की आपातकालीन सुविधाऐं उपलब्ध है। अस्पताल के डॉयरेक्टर देवेन्द्र पालीवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संकट के इस समय में 24 घंटे अस्पताल नागरिकों की सेवा के लिए खुला हुआ है यहां सोनाग्राफी, डिलीवरी सहित डॉ. प्रणाली के निर्देशन में आईवीएफ लेप्रोस्कोपिक सर्जन की विशेष सेवाऐं उपलब्ध है। पालीवाल ने बताया कि हमारा अधिकतम प्रयास नॉर्मल डिलिवरी का ही रहता है व सिजेरियन को प्रमाेट नहीं करते हुए सिजेरियन डिलेवरी को भी नॉर्मल करने की ही कोशिश करते है। यहां नि:संतानता, बांझपन, का आधुनिक पद्धति से सम्पूर्ण ईलाज, आईयुआई की सुविधा, गर्भवती स्त्री की जाँच एवं ईलाज, दर्दरहित डिलीवरी एवं सिजेरियन, अनियमित एवं अत्यधिक महावारी, दुरबीन द्वारा जाँच एवं ऑपरेशन, दुरबीन द्वारा बच्चेदानी का ऑपरेशन जो बीना चीर फाड़ के होता है, नसबंदी को पुन: खोलना कॉपर टी नसबंदी करने की चिकित्सा सुविधाऐं उपलब्ध है। पालीवाल ने बताया कि डॉ. गौरव दाधीच के निर्देशन में जन्म से 18 वर्ष तक के बच्चों की सभी प्रकार की बीमारियों का ईलाज किया जाता है।बच्चों में शुगर, अस्थमा, श्वास रोग, पिलीया, तेज बुखार, पेट दर्द, गुर्दा रोग, लम्बाई नहीं बढ़ना, बच्चों में मोटापा, पढाई में मन नहीं लगना, बच्चों का टीकाकरण, दिमागी बुखार, मिर्गी, सहित सभी प्रकार की समस्याओं के डॉ दाधीच विशेषज्ञ है। विदित रहे कि कोरोना के प्रांरम्भीक काल में जब समस्त निजी चिकित्सालय बंद थे वहीं धन्वंतरी चिकित्सालय लगातार अपनी सेवाएं जारी रखे हुए था।
