श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 17 अप्रेल 2020। बीकानेर जिले की सीमाएं गुरुवार को सील करने के सख्त निर्देशों के बाद आज रतनगढ़ प्रशासन कितासर के पास जबरन 165 लोगों को हमारे क्षेत्र में छोड़ गया। हमारे प्रशासन द्वारा मना करने पर भी ट्रक से हमारी सीमा में छोड़ कर चले गए। श्रीडूंगरगढ़ प्रशासन ने मानवीयता का परिचय देते हुए इनके रहने खाने की व्यवस्था की है। एकबारगी इस खबर से प्रशासन में हड़कम्प सा मच गया व पुलिस अधिकारियों सहित प्रशासन मौके पर पहुंचा और सभी को क्वारेंटाइन किया है। प्राप्त जानकारी के अनुसार कितासर की सीमा पर एक ट्रक में इन 165 लोगों को लाया गया, ये श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के नहीं होने से इन्हें प्रशासन ने रतनगढ़ में ही आइसोलेट करने की बात कही परंतु रतनगढ़ प्रशासन ने एक नहीं सुनते हुए इन बाहरी मजदूरों को हमारी सीमा में छोड़ दिया। प्रशासन ने इन्हें गांव मोमासर के राजकीय विद्यालय में पहुंचाया व ग्राम पंचायत को इनकी रहने खाने सम्बन्धी व्यवथाओं के निर्देश दिए है। ये सूचना मिलते ही अभी तक कोरोना मुक्त हमारे क्षेत्र में हलचल मच गई। श्रीडूंगरगढ़ सीओ धर्माराम गिला, थानाधिकारी सत्यनारायण गोदारा मौके पर पहुंचे व इन सबको क्वारेंटाइन रखवाया। ये प्रथम द्रष्टया पंजाब व हरियाणा के लग रहे है परंतु ये सभी मजदूर डर के कारण सही जानकारी नहीं दे रहे है। ये श्रीडूंगरगढ़ निवासी नहीं है और सीएमएचओ श्रीमोहन जोशी ने विभाग की टीम को मौके पर भेजा है और सभी की स्क्रिनिग करवा रहें है।
मानवता के नाते भूखा कोई नहीं सोएं- न्यौल
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। उपखंड अधिकारी राकेश कुमार न्यौल ने कहा कि आगे से आगे धकेले गए ये मजदूर परेशान है और हम मानवता व लॉकडाउन में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए इनके रहने खाने की व्यवस्था सुनिश्चित कर रहें है। सरपंच को इस सम्बंध में निर्देश दे दिए गए है और कार्मिकों की ड्यूटी लगा दी गयी है।