श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। 24 मई 2019। सूरत दुखान्तिका पर पूरा देश स्तब्ध है। हर कोई मायुसी के साथ ईश्वर से प्रार्थना कर रहे है। घर से ट्यूशन गए बच्चे अपना भविष्य निर्माण की आस में, किसी ने सोचा नहीं के ये आज ये मासूम घर लौट के नहीं आएंगे। पूरा देश सांत्वना दे रहा है पर देश की हर माँ का कलेजा रो रहा है। ऐसे हादसे दुर्घटना स्वरूप होते है पर हर घर मे मायूसी छा जाती है। ट्यूशन जाते हर बच्चे की माँ कल उसे मुश्किल से भेज सकेगी। पर पढ़ाई का प्रेशर ऐसा के भेजना भी होगा।
सूरत के तक्षशिला कॉम्पलेक्स में आग ने घरों के चिराग ही नही बुझये उनका भविष्य भी अंधकार में धकेल दिया। कैसे आज माताओं के ह्रदय को सब्र होगा कि उनके नोनिहाल इस दुर्घटना के शिकार हो गए है। टीचर सहित 12 से ज्यादा मौतों की संभावनाएं बताई जा रही है। आग के जो भी कारण रहे हो, समीक्षाएँ होती रहेगी पर सरकारों को कोचिंग सेंटरों में भी सुरक्षात्मक प्रणाली को अनिवार्य करना होगा। कोचिंग संस्थान कई मंजिला इमारतों में नही लगने चाहिए। श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स भारी दुख के इन क्षणों मे उन विद्यार्थियों के परिवारों के साथ है जिनके लाल आज काल का ग्रास बन गए है।
आग की अफरातफरी में जान गंवाने वाले बच्चों की आत्मा को परमात्मा अपने चरणों मे स्थान दे।