श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 6 अक्टुबर 2020। गांव मोमासर के भामाशाह पूरे क्षेत्र के लिए प्रेरणा बन रहे है। गांव के सुरवी चैरिटेबल ट्रस्ट जयपुर द्वारा मोमासर सहित आस पास के गोद लिए गए 11 गांवों के सभी राजकीय विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों को निःशुल्क शिक्षा का बीड़ा उठा लिया है। गांव के युवा पवन सैनी ने बताया कि सरकार द्वारा आठवीं तक निःशुल्क शिक्षा के बाद सरकारी विद्यालयों में नौवीं से बाहरवीं तक शुल्क लिया जाता है। और सुरवी ट्रस्ट ने इन 11 गांवों के नौवीं से बाहरवीं तक सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले सभी हजारों बच्चों का शुल्क अपनी और से देने की पहल की है। इस पहल के तहत आज पहला चैक गांव मोमासर के राउमावि के प्राचार्य को दिया गया है। इस मौके पर ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने प्राचार्य को 1,04790 रुपए का चैक प्रदान किया तो पूरे गांव के लोगों ने इस पहल को सराहा। ट्रस्ट के CSR प्रबंधक जयचन्दलाल सेठिया ने बताया की विद्यालय को 50,590 रूपये की राशि छात्र निधि कोष एवं 54,200 की राशि विकास निधि कोष के लिए अलग अलग चैक के माध्यम से दी गई है। विदित रहे कि ट्रस्ट द्वारा इससे पूर्व कोविड-19 के लिए जन-हितार्थ गाँव में चिकित्सा सुविधा, सेनेटाईजेशन, सेनेटाईजर वितरण, हरित मोमासर व गौशालाओं के लिए 30 लाख की राशि खर्च की जा चुकी है। कोरोना काल में ट्रस्ट के सुरेंद्र बोर्ड-पटावरी ने अपनी जन्मभूमि के प्रति अपना जिम्मा उठाया एवं मोमासर गाँव व निकटवर्ती ग्यारह गांवो के लिए एक करोड़ का राशि का प्रावधान किया था जिसके तहत ये राशि लगाई जा रही है। सेठिया ने बताया की शीघ्र ही गांव की एवं आस पास के 10 और गांवों की सरकारी स्कूलों कक्षा 9 से 12 तक के समस्त विद्यार्थियों की राशि ट्रस्ट द्वारा दी जाएगी।