श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 फरवरी 2022। आज सुबह मौसम ने करवट ली है और बीकानेर संभाग में बादल छाए है। विभिन्न मौसम साइट्स बूंदाबांदी के आसार जता रही है जिससे किसान राहत महसूस कर रहें है। बता देवें दिन में गर्मी व रात में सर्दी के मौसम ने फसलों में नुकसान की आशंका से किसान वर्ग चितिंत हो उठा है। क्षेत्र के किसानों ने बताया कि तापमान में गर्मी बढ़ने से गेंहू में नुकसान होगा। हालांकि ये मौसम जीरा व ईसबगोल के लिए भी नुकसानदायक है परंतु श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में इसकी बिजाई बहुत कम है। गेंहू में गर्मी बढ़ने से बालियां जल्दी व छोटी आने लगेगी जिससे उत्पादन में फर्क पड़ेगा। आज बूंदाबांदी के आसार होने से किसान प्रसन्न हो रहें है और प्रार्थनाएं भी कर रहें है कि हल्की बरसात हो तो एक बार फिर सर्दी बढ़ेगी जिससे फसलों के लिए फायदेमंद रहेगा।
बढ़ रहा है मोयला या तेलिया, पढें ईलाज।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के गांव लोढ़ेरा, डेलवां, मणकरासर, लिखमादेसर, आड़सर, की रोही में मैथी में तेलिया का प्रकोप बढ़ गया है व सरसों भी इसकी चपेट में है। किसान रामप्रताप गेट ने बताया कि मंगलवार व बुधवार से ये बढ़ रहा है व आज इसका प्रभाव अधिक नजर आ रहा है। किसान हरिकृष्ण ने बताया कि सरसों की फसल पकाव पर है और सरसों में कीटनाशक का छिड़काव नहीं किया तो किसानों को 20 प्रतिशत तक का उत्पादन में नुकसान होने की आशंका तेलिए से बढ़ सकती है। कृषि अधिकारी रमेश भांमू ने बताया कि मोयला की रोकथाम हेतु 24 किग्रा क्यूनॉलफॉस 1.5 प्रतिशत चूर्ण प्रति हैक्टेयर बुरकें अथवा 100 ग्राम थायामेथोक्जाम (25 डब्ल्यू.जी.) या 1200 मिली डाईमिथोएट 30 ई.सी. या 1000 मिली मोनोक्रोटोफॉस पानी में मिलाकर प्रति हैक्टेयर की दर से छिड़काव करें जिससे इस रोग का फसलों से निदान हो जाएगा।
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