संत ने सोलह संस्कारों का संरक्षण कर समाज को बचाने का आह्वान किया।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 2 अक्टूबर 2022। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में नवरात्र के दौरान 9 दिवसीय भागवत कथा का आयोजन गिरधारीलाल मुकेशकुमार पारीक परिवार द्वारा नेहरू पार्क में किया जा रहा है। संपन्न हो रहें है। कथा के छठे दिन शनिवार को संत शिवेंद्र ने सोलह संस्कार बचाने से ही समाज का संरक्षण होने की बात कही। दसम स्कंध की कथा सुनाते हुए संत शिवेन्द्र ने अनेक गुढ़ अर्थों की व्याख्या की। संत ने व्यक्ति को गोपी, अहंकार को कंस, जीव को वासुदेव, ज्ञानेन्द्रियां- कर्मेंन्द्रियां को पहरेदार, गोकुल इन्द्रियों का समूह और श्रीकृष्ण को सबसे बड़ा मनोचिकित्सक बताया। महाराज ने षोडश संस्कारों को बचाने की अपील करते हुए कहा कि समाज से संस्कार समाप्त हो जाने पर हमारी सभ्यता ही समाप्त हो जाएगी। कथा से पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मानमल शर्मा का अनेक पार्षदों सहित दुपट्टा पहनाकर स्वागत किया गया। भागवत कथा के छठे दिन बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहें। मुकेशकुमार अमितकुमार ने सभी का आभार व्यक्त किया।