श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 मई 2022। गांव बिग्गा में गरीब किसान के आशियाने में लगी आग ने गृहस्थी का सभी सामान जलाकर राख कर दिया तथा एक भैंस भी जिंदा आग की भेंट चढ़ गई है। बिग्गा के रेलवे स्टेशन मार्ग पर किसान प्रभुराम सारण के रहवासी झोंपड़े में अज्ञात कारणों से आग लग गई। प्रभुराम व उनकी पत्नी घर पर नहीं थे व कृषि कार्य के लिए गए हुए थे। उनकी चार बेटियां व दो बेटे घर पर ही थे और आग की लपटें उठने लगी तो बच्चे बाहर दौड़ आए। मौके पर ग्रामीणों सहित पड़ौस में ही किसी विवाह समारोह में आए हुए मेहमान भी बड़ी संख्या में एकत्र हो गए। झोंपड़े के पास ही बने पशुओं के छपरे से पांच पशुओं को जिंदा बाहर निकाल लिया गया। आग की लपटें अधिक होने के कारण एक भैंस को नहीं बचाया जा सका। दो पशु आग से झुलस गए है जिनका पशु चिकित्सक डॉ. भागीरथ व चिकित्साकर्मी नथमल ने मौके पर पहुंच कर ईलाज किया है। सरपंच जसवीर सारण भी मौके पर पहुंच गए है तथा प्रशासन से किसान की मदद की मांग करने की बात कह रहें है। पुलिस एसआई बीरबल भी टीम के साथ मौके पर पहुंच गए है। ग्रामीणों ने टैंकर के पानी से आग पर काबू पाया तथा फायर ब्रिगेड करीब एक घंटे बाद मौके पर पहुंची है। बता देवें गरीब किसान काश्त कर अपना परिवार पाल रहा है और पक्के निर्माण के नाम पर एक कोटड़ी का मकान है।
ये है समाज के असली हीराे
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बीएसएफ जवान केवल सीमा पर ही अपना कर्तव्य नहीं निभाते वरन अपने गांव छुट्टी पर आए तब भी वे अपना रक्षक का धर्म नहीं भुलते है। इस बात को साबित किया आज गांव बिग्गा के फौजी जवान हनुमान गिला ने। आग लगते देख वे तुरंत प्रभुराम के घर पहुंचे व आग लगे छपरे में से पांच पशुओं को जिंदा निकाला और उनका साथ दिया गांव के ही बहादुर युवक ओमप्रकाश बावरी ने। आग की लपटों से दोनों झुलस भी गए है। फौजी हनुमान ने बताया कि उन्हें मलाल है कि वे एक भैंस को बचा नहीं पाए। इन पांच पशुओं की जान बचाने से लेकर आग पर काबू पाने तक ये लगातार सेवाएं देने में लगे रहें। बचाव कार्य में फौजी के भाई दीनदयाल गिला व अशोक सारण ने भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। आग बुझने के साथ ही उनके इस कार्य की चर्चा गांव भर में हो रही है और हर कोई इन युवाओं की सराहना कर रहें है।