श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 10 मार्च 2021। श्रीडूंगरगढ़ अंचल में ऋषिकूल संस्कृत विद्यालय की नींव डालकर संस्कृत भाषा व सनातन संस्कृति को समृद्ध करने वाले पूर्णाराम पारीक का देहांत हो गया है। 90 वर्षीय पारीक ब्राह्मण समाज व पारीक भवन के अध्यक्ष रहे और कई सामाजिक व आध्यात्मिक संस्थाओं में अपनी सेवाएं दी। पारीक के भरे पूरे परिवार में दो पुत्र सत्यनारायण व श्याम सुन्दर पारीक व चार पुत्रियों सहित नाती पोते है। स्वर्गीय पूर्णाराम पारीक ने वर्तमान में पुराना बस स्टैंड पर पानी की प्याऊ, पुनरासर के कच्चे रास्ते पर बरसाती पानी का प्याऊ निर्माण, अपने पैतृक गांव लिखमीसर में ठाकुर जी का मंदिर का संचालित किया। पारीक के निधन पर कई समाज सेवी शोक प्रकट कर रहें है। उनकी अंतिम यात्रा दोपहर 3 बजे उनके घर, कालुबास से रवाना होगी।