श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 22 सितंबर 2020। श्रीडूंगरगढ़ में हाई रिस्क जॉन में आ गया है और चिकित्सा कर्मी अब हॉस्पिटल से ब्लॉक सीएमएचओ डॉक्टर संतोष आर्य की अगुवाई में बाहर निकल कर कोरोना को हराने निकल पड़े है। नागरिकों द्वारा सेंपल कम दिए जाना चिकित्सा विभाग के लिए सरदर्दी बन गया है। आधिकारिक आंकड़े बता रहें है कि पूरे जिले में सबसे कम सेम्पलिंग श्रीडूंगरगढ़ में हो रही है। पॉजिटिव मरीजों का प्रतिशत आंकड़ा अत्यधिक है।
क्योंकि यहां कम सेम्पलिंग में भी कोरोना पॉजिटिव विस्फोट हो रहें है। गत दिनों विभाग ने बाजार में व्यापारियों से सेंपल देने की अपील भी की परन्तु नतीजे नहीं आए। नागरिक सेंपल देने में रुचि नहीं ले रहे है और विभाग ने अब रणनीति बदल कर घर घर सर्वे कर संक्रमण को चिन्हित करने की ठानी है। आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र प्रभारी डॉ एस. के. बिहाणी ने अपनी टीम को घर घर सर्वे करने के निर्देश दिए है। विभाग की टीमें कस्बे में हाई रिस्क वाले नागरिकों, गर्भवती महिलाओं, छोटे बच्चों में कोविड-19 के लक्षणों की जांच करेगी। डॉ बिहाणी ने नागरिकों से अपील की है कि बिना मास्क घरों से नहीं निकले और लक्षणों को देखते हुए जांच हेतु सेंपल जरूर देवें। बता देवें 22 मार्च को लोक डाउन शुरू होने के 150 दिनों में जितने रोगी आ रहे हैं उससे ज्यादा पिछले 30 दिनों में आ गए हैं। पिछले 10 दिनों से तो हर रोज आ रहे हैं और गत रविवार से तो प्रतिदिन पॉजिटिव की संख्या दहाई को छू रही है। इन आंकड़ों से शहर सकते में है और जागरूक नागरिक चिंता में है।