श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 5 फरवरी 2025। क्षेत्र के गांव लिखमादेसर स्थित गुरू हंसोजी धाम में नवनिर्मित मंदिर एवं मुर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह का प्रथम सात दिवसीय वार्षिकोत्सव का समापन बुधवार को समारोहपूर्वक हुआ। इसके तहत सुबह द्वार लोकार्पण, अभिनंदन समारोह, नव कुंडात्मक रूद्र महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। दोपहर बाद सात दिवसीय भागवत कथा का समापन एवं महायज्ञ, महाप्रसादी आयोजित की गई व बुधवार रात को करीब 8 बजे से अग्नि नृत्य एवं जसनाथजी की जम्मा आयोजित करने के साथ ही समापन होगा। साधक ओमनाथ सिद्ध ने बताया कि महंत भंवरनाथ ज्याणी एवं परमहंस संत सोमनाथ महाराज के सानिध्य में कार्यक्रम 30 जनवरी से 5 फरवरी तक लगातार आयोजित हुए है एवं इन कार्यक्रमों की शुरूआत 22 जनवरी को ध्वजारोहण के साथ हुई थी। बुधवार को कथा समापन पर कथावाचक आशाराम महाराज ने भक्ति को दैनिक जीवन में शामिल करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रमों का समापन उत्साह के साथ हुआ एवं कार्यक्रमों के दौरान स्थानीय सहित कई जिलों एवं कई राज्यों से गुरू जसनाथजी के महाराज के अनुयायी शामिल हुए।
ऐतिहासिक धरोहर के किए दर्शन।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गुरू हंसोजी महाराज की तपोस्थली लिखमादेसर धाम में गुरू महाराज के समय की ऐतिहासिक धरोहर आज भी कायम है। यहां पर गुरू महाराज की गद्दी, आसन, रूद्राक्ष माला, चिमटा आदि संरक्षित है एवं कार्यक्रमों में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं ने इनके दर्शन किए। विदित रहे कि हंसोजी महाराज ने मुगल बादशाह औरंगजेब को भी अपनी दैविय शक्ति से चमत्कार दिखाए थे एवं उनसे जुड़ी कहानियां आज भी क्षेत्र में खासी प्रचलित है।
क्षेत्र का सबसे बड़ा हवन, 300 किलो से अधिक घी की लगी आहूतियां।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र का सबसे बड़ा हवन गांव लिखमादेसर में ही होता है। बुधवार को भी हुए हवन में 300 किलो से अधिक देशी घी की आहूतियां श्रृद्धालूओं ने दी। महंत भंवरनाथ सिद्ध ने बताया कि घी होमने के कारण वातावरण शुद्धि होती है एवं घी के साथ नारियल व हवन सामग्री भी होमी गई। इतना बड़ा हवन होने के कारण पूरे गांव में हवन की सुंगध फैल गई। आस पास के क्षेत्र में भी इससे बड़ा हवन गुरू जसनाथजी महाराज के धाम कतरियासर में ही होता है।
रात को होगा जम्मा, टाइम्स पर लाईव प्रसारण।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। सात दिवसीय समारोह का समापन बुधवार रात को गुरू महाराज की शब्द वाणी पर अग्नि नृत्य के साथ होगा। मंदिर परिसर में रात्रि 8 बजे जम्मा शुरू होगा, जिसमें शब्द गायन के बाद रात्री करीब 10 बजे जलते अंगारों पर गुरू महाराज के शिष्य नृत्य करेगें। अग्नि नृत्य का लाईव प्रसारण भी श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स के फेसबुक पेज पर किया जाएगा। आप दिए गए इस लिंक पर क्लिक कर टाइम्स के पेज को लाईक एवं फॉलो जरूर करें ताकी घर बैठे हैरतअंगेज अग्नि नृत्य का लाईव प्रसारण देखें सकें। https://www.facebook.com/sridungargarhtime?mibextid=ZbWKwL