श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 16 मई 2021। कोरोना के कारण उपखंड स्तरों पर हालात बिगड़ रहें है और ग्रामीण इलाकों में नागरिक अब सावचेत हो जाए। गांव मोमासर से ग्रामीण लगातार हालात खराब होने की सूचनाएं जिलाकलेक्टर से लेकर स्थानीय प्रशासन तक पहुंचा रहें है। गांव के जागरूक ग्रामीण परेशान है और प्रशासन से मुस्तेदी के साथ गाइडलाइन पालना करवाने की गुहार लगा रहें है। मोमासर के पास ही स्थित श्रीडूंगरगढ़ के गांव लाछड़सर और सरदारशहर उपखंड के गांव सादासर में हालात बिगड़ रहें है। दोनों गांवो की दो कोरोना पीड़ित महिलाओं को पड़ौस में स्थित सरदारशहर के कोविड केयर सेंटर में ले जाया गया जहां 3 घंटे महिलाएं तड़पती रही और उन्हें ना बेड मिला ना ऑक्सीजन। प्राप्त जानकारी के अनुसार सरदारशहर के मिलाप भवन स्थित कोविड केयर सेंटर में शनिवार को इलाज के अभाव में ये महिलाएं तीन घण्टे तक आंगन में तड़पती रही। सादासर व लाछड़सर गांव की दोनों महिलाएं इलाज के लिए कोविड केयर सेंटर पहुंची। लेकिन सेंटर में चिकित्सा सुविधा उपलब्ध नहीं करवाई गई, जिसके कारण दोनों महिलाए तड़पती रही। महिलाओं के परिजन चिकित्सकों से इलाज के लिए विनती करते रहे। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। महिला के परिजनों ने बताया कि 3 घंटे से हम मरीज को भर्ती करवाने के लिए इधर-उधर भटकते रहें। डॉक्टरों ने कहा कि यहां पर ना ही तो बेड है और ना ही ऑक्सीजन, ऐसे में हम पेसेंट को भर्ती नहीं कर सकते। वहीं स्थानीय चिकित्सा विभाग व उपखंड प्रशासन की ओर से कोविड मरीजों को पर्याप्त चिकित्सा उपलब्ध करवाने के बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है। शुक्रवार को यहां कलेक्टर व एसपी ने कोविड केयर सेंटर का निरीक्षण भी किया था। दोनों अधिकारियों ने व्यवस्थाओं पर संतोष व्यक्त किया था। परिजनों की ओर से आक्रोश व्यक्त करने पर आनन-फानन में करीब 3 घंटे बाद मरीजों का रेफरल कार्ड बनाया गया तब जाकर परिजन अपने पेशेंट को उपचार के लिए अन्यत्र लेकर रवाना हुए। वहीं इस मामले को लेकर जब बीसीएमों डा. विकास सोनी ने बताया कि कोविड केयर सेंटर में दस बेड स्वीकृत है फिर भी कोविड केयर सेंटर में 30 मरीजों को भर्ती कर रखा है। इससे ज्यादा मरीजों को भर्ती करने के लिए हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं है।