श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 नवम्बर 2021। सर्दियों में तापमान कम होता है, जिस कारण हमें प्यास भी कम लगती है. लेकिन, गर्मियों की तरह ठंड के मौसम में भी पर्याप्त पानी पीना जरूरी है. वरना शरीर में डिहाइड्रेशन होने लगती है. शरीर में डिहाइड्रेशन के कारण कई दिक्कतें पैदा हो जाती हैं. आइए, सर्दियों में कम पानी पीने से होने वाली दिक्कतों के बारे में जानते हैं.
सर्दियों में कितना पानी पीना चाहिए?
आयुर्वेदिक एक्सपर्ट डॉ. अबरार मुल्तानी का कहना है कि गर्मियों की तरह सर्दी के मौसम में भी कम पानी पीने से शरीर की अंदरुनी नमी कम होने लगती हैं. सामान्य फिजिकल एक्टिविटी करने वाले पुरुषों को सर्दियों में 8-10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए. वहीं, सामान्य शारीरिक गतिविधि करने वाली महिलाओं को 6-8 गिलास पानी पीना चाहिए. अगर आप ज्यादा शारीरिक गतिविधि करते हैं, तो पुरुषों को रोजाना 10-14 और महिलाओं को हर दिन 8-12 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए.
Dehydration signs in winters: शरीर में डिहाइड्रेशन होने के लक्षण
डॉ. मुल्तानी के मुताबिक, सर्दियों में डिहाइड्रेशन होने के कारण निम्नलिखित शारीरिक लक्षण दिखने लगते हैं, जो कि शारीरिक दिक्कतें भी हैं. जैसे-
- थकान- शरीर को सही तरीके से काम करने के लिए पानी की जरूरत होती है. अगर शरीर में पानी की कमी है, तो आपको थकावट महसूस होने लगती है.
- ड्राई स्किन- शरीर में पानी की कमी के कारण त्वचा भी रूखी बनने लगती है. इसके साथ ही डार्क सर्कल, खुजली, झुर्रियां आदि समस्याएं हो जाती हैं.
- सिरदर्द- दिमाग में पानी की कमी के कारण ब्रेन सेल्स अस्थाई रूप से सिकुड़ने लगती हैं. जिसके कारण सिरदर्द की समस्या हो सकती है.
- कम पसीना या पेशाब आना- जब शरीर में डिहाइड्रेशन होती है, तो पसीना व पेशाब कम आने लगता है. जिसके कारण शरीर से टॉक्सिन्स नहीं निकल पाते हैं.
- पाइल्स- डिहाइड्रेशन के कारण कब्ज की समस्या हो सकती है. जो कि आगे चलकर पाइल्स का मुख्य कारण बन सकती है.
इसके अलावा, मुंह सूखना, मीठा खाने की इच्छा, पीले रंग का पेशाब आना या प्यास लगना भी डिहाइड्रेशन का संकेत होते हैं.
यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.