श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 अगस्त 2020। गहलोत सरकार ने संकटकाल में साथ देने वाले विधायकों सहित सभी विधायकों को खुश करने के लिए परिवार सहित सरकारी खर्चे पर फ्री विदेश यात्रा की सुविधा देने जा रही है। पूर्व विधायकों की पेंशन भी बढ़ने जा रही है और जान हथेली पर लेकर खड़े रहने वाले पुलिस कर्मियों को थर्ड ग्रेड पे भी अभी तक नहीं दिया जा सका है। पुलिसकार्मिकों की वेतन भत्तों से संबधित आवश्यकताओं को टवीटर पर राज्य के सौ से अधिक विधायकों ने समर्थन दिया है और सरकार से पुलिस कांस्टेबलों का ग्रेड पे 2400 से 3600 करने तथा अन्य भत्तों में बढ़ोतरी करने की मांग सरकार से की है। राज्य में आज भी पुलिस कार्मिकों के वेतन भत्ते इतने कम है कि आज के युवाओं को यह मजाक लग सकता है। इन्हे बढाने की मांग तो लंबे समय से चल रही है लेकिन पुलिस कार्मिक कोई हड़ताल भी नहीं कर सकते और ना ही ड्युटी से बहिष्कार कर सकते, ना ही ज्ञापन, प्रदर्शन आदि कुछ कर सकते है। ऐसे में उनकी सुनवाई कौन करे यह सवाल राजस्थान सरकार पर उठा हुआ है। पुलिसकर्मियों की डयुटी एवं सेवा को देखते हुए राज्य के सौ से अधिक विधायकों ने वर्तमान समय को देखते हुए पुलिसकार्मिकों की मांगों को सही माना और समर्थन दिया परन्तु फिर भी राज्य सरकार इस पर कोई ठोस निर्णय नहीं ले रही है। टवीटर पर पुलिस कांस्टेबल का ग्रेड पे 2400 से बढ़ाकर थर्ड ग्रेड शिक्षक के समकक्ष करने की मांग की है। अन्य मांगे मैस भत्ता 2000 की जगह 4000 करने, हार्ड ड्यूटी अलाउंस 4.5 रूपए प्रति घंटे के स्थान पर 10 रूपए प्रति घंटे करने, वर्दी भत्ता 7000 वार्षिक से बढ़ाकर 10000 वार्षिक करने, वाहन भत्ता पेट्रोल 50 रूपए मासिक से बढ़ाकर 2000 रूपए प्रतिमाह करने, मोबाइल रिचार्ज 500 रूपए मासिक देने तथा गृह जिले में ट्रांसफर 14 साल की बजाय 5 साल में करने की मांग ट्रोल हो रही है। सरकार विधायकों को होटलों में रखने से लेकर पेंशन बढ़ाने और परिवार सहित फ्री विदेश यात्रा की सुविधा देने को तैयार है तो पुलिस कर्मियों के वेतन भत्ते बढ़ाने में सक्रियता क्यों नहीं दिखा रही है।