May 16, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 6 फरवरी 2021। इक्कसवीं सदी के समाज में जहां चारों और सांस्कृतिक संक्रमण काल मे सम्मान, सद्भाव, प्रेम के भावों को विराम लगने की चर्चाएं हो रही है तथा अर्थ के लिए गलाकाट प्रतिस्पर्धा हर ओर नजर आती है वहीं ये खबर आपको सुकून देगी की श्रीडूंगरगढ़ में आज भी भावों का महत्व समाज में बना हुआ है। श्रीडूंगरगढ़ के गांव आड़सर पुरोहितान की गली में समर्पण निधि के कार्यकर्ता पहुंचे तो एक 65 वर्षीय एक महिला कैलाश कंवर ने उन्हें सम्मान सहित अपने घर न्यौता दे कर बुलाया। यहां घर घर घूम कर राममंदिर में समर्पण निधि सहयोग लेने वाले विहिप अध्यक्ष देवकरण स्वामी, कोषाध्यक्ष सुरेश सिंह राजपुरोहित, तहसील प्रौढ़ प्रमुख शिवरतन सिंह राजपुरोहित, दौलतराम सुथार, जीवराज सिंह उनके घर पहुंचे। कार्यकर्ता महिला से परिचित थे व दस रूपए की रसीद कटवाने का आग्रह किया। स्व. जयचंद राजपुरोहित की धर्मपत्नी कैलाश कंवर के घर में कोई कमाने वाला नहीं है और उनके वैधव्य जीवन में एक मंदबुद्धि पुत्र की सेवा भी उनके जिम्में है। कैलाश कंवर ने कार्यकर्ताओं से कहा कि मेरी विधवा पेंशन में से 500 रूपए राममंदिर निर्माण में देने के लिए जोड़ कर रखें है और वे उन्हें लेने ही होंगे। कैलाश कंवर की स्थिति देख कर गद्गद् हुए कार्यकर्ताओं ने उनसे इतनी राशि नहीं देने का आग्रह भी किया परन्तु कैलाश कंवर ने उनसे कहा कि मेरे सभी दुख दर्द की रेखाएं तो राम के सहारे ही कट रही है और आज उनके मंदिर निर्माण में मेरा सहयोग न जा सका तो जीवन व्यर्थ हो जाएगा। कार्यकर्ताओं ने उनकी रसीद काट दी व पूरे गांव में इस घटना की चर्चा रही। सभी ग्रामीणों ने कैलाश कंवर के प्रति कृतज्ञता प्रकट की। समर्पण निधि समिति के अध्यक्ष जगदीश स्वामी व पालक भैराराम डूडी ने कहा कि शबरी के बैर की तरह आज कैलाश कंवर का भाव पूर्ण समर्पण इस आपाधापी के युग में भी रामभक्ति की मिसाल पेश कर रहा है। दोनों ने कैलाश कंवर के प्रति आभार प्रकट किया व परिवार के लिए मंगलकामनाएं दी।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। आड़सर पुरोहितान में कैलाश कंवर ने 500 रुपये की समर्पण निधि कार्यकर्ताओं को सौंपी।

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