श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 20 अगस्त 2021। श्रीडूंगरगढ़ सहित सभी क्षेत्र के भाई बहनों के लिए श्रीडूंगरगढ़ के प्रख्यात पंडित देवीलाल उपाध्याय बता रहें है रक्षाबंधन पर इस बार बन रहा है विशेष योग व राखी बांधने का शुभ समय।
सभी भाई-बहनों को समर्पित
भाई-बहन के अटूट रिश्तों का त्योहार रक्षाबंधन का इंतजार पूरे साल भाई और बहनें बड़ी बेसब्री से करते हैं। ये त्योहार सबसे प्यारा होता है। इस साल भाई-बहन का ये उत्सव 22 अगस्त को मनाया जायेगा। इस बार का रक्षाबंधन और भी खास होने वाला है और रक्षाबंधन के मौके पर 474 सालों के बाद खास योग बन रहा है। रक्षा बंधन का त्योहार श्रवण नक्षत्र में मनाया जाता है, लेकिन इस बार यह सावन पूर्णिमा पर धनिष्ठा नक्षत्र के साथ मनाया जायेगा। शोभन योग भी इस त्योहार को खास बना रहा है। इस बार राखी पर भद्रा का साया भी नहीं होगा और इस बार सभी बहनें पूरे दिन भाई को राखी बांध सकती हैं। साथ ही रक्षाबंधन के दिन कुंभ राशि में गुरु की चाल वक्री रहेगी और इसके साथ चंद्रमा भी वहां मौजूद रहेगा। रक्षाबंधन पर सिंह राशि में सूर्य, मंगल और बुध ग्रह एक साथ विराजमान रहेंगे। सिंह राशि का स्वामी सूर्य है। साथ ही इस राशि में मित्र मंगल भी उनके साथ मौजूद रहेंगे। इसी के साथ शुक्र कन्या राशि में होगा। बता दें कि ग्रहों का ऐसा योग बेहद शुभ और फलदायी माना जाता है। हिन्दू धर्म गुरुओं का कहना है कि रक्षाबंधन पर ग्रहों का ऐसा दुर्लभ संयोग 474 साल बाद बन रहा है।
शुभ-मुहूर्त- सुबह 5.50 से लेकर शाम 6.03 तक राखी बांधने का शुभ मुहूर्त है। 11 बजे से 12.30 का समय वार बेला है तो इसे टाल दिया जाए और दिन भर राखी बांधी जा सकेगी। पंडित रामदेव उपाध्याय ने कहा कि 12.16 से 1.04 तक विशेष शुभ मुहूर्त भी होगा। भद्रा काल 23 अगस्त को सुबह 5 बजकर 34 मिनट से 6 बजकर 12 मिनट तक रहेगा। इस दिन शोभन योग सुबह 10 बजकर 34 मिनट तक रहेगा और धनिष्ठा नक्षत्र शाम 7 बजकर 40 मिनट तक रहेगा।