April 25, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 जनवरी 2020। क्षेत्र की ग्राम पंचायतों में शनिवार को उपसरपंचों का निर्वाचन भी हो गया है। और इसी के साथ गत 22 दिसम्बर को पंचायत चुनाव की आचार संहिता के साथ ही क्षेत्र में शुरू हुआ सरपंचाई के दंगल का समापन भी हो गया है। क्षेत्र में गत 28 दिनों में राजनैतिक सुरुर हर किसी के सर चढ़ कर बोलता दिखा। अब गांवों में विजयी प्रत्याशियों द्वारा जीत का जश्न एवं हारे हुए प्रत्याशियों द्वारा अपनी हार के मंथन का दौर चल रहा है। क्षेत्र में 53 ग्राम पंचायतों में से 3 निर्विरोध सरपंच बने एवं 50 पर चुनाव हुए। इन चुनावों में सबसे कम केवल दो वोटो के अंतर से तोलियासर की रेखा देवी सरपंच बनी है तो सर्वाधिक 2463 वोटों के अंतर से मोमासर में सरीता देवी सरपंच बनी है। इसके अलावा 53 पंचायतों के 488 वार्डों में से 342 वार्डों में निर्विरोध वार्ड पंच बने थे एवं 146 वार्डों में चुनाव हुए थे। इनके बाद शनिवार को 53 पंचायतों में से 52 में उपसरपंच भी बने चुके है।

पुदंलसर में नहीं बना उपसरपंच, विवाद की स्थिति।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। शनिवार को क्षेत्र की 53 में से केवल 52 पंचायतों में ही उपसरपंच बने है। ग्राम पंचायत पुदंलसर में उपसरपंच का चयन नहीं हो पाया है। इस संबध में निर्वाचन अधिकारी राकेश कुमार न्यौल ने बताया कि पुदंलसर में दो नामांकन आए थे एवं दोनो ने ही अपने नामांकन वापस ले लिए। वहीं दुसरी और उपसरपंच का नामांकन भरने वाली पुदंलसर के वार्ड 7 की वार्ड पंच सुशीला देवी अपना नामांकन वापसी से इंकार कर रही है। यहां पर उपसरपंच पर विवाद की स्थिति है एवं रिर्टनिंग अधिकारी ने उपसरपंच पद रिक्त दिखाते हुए निर्वाचन कार्य को समाप्त कर दिया है। अब यहां पर दुबारा थोडे समय बाद उपसरपंच का निर्वाचन किया जाएगा।

मोमासर में पति-पत्नी ही संभालेंगें कार्यालय।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। सामान्यता देखा गया है कि महिला सरपंचों वाली ग्राम पंचायतों में काम काज सरपंच पति या सरपंच पुत्र ही संभालते है। ऐसी स्थिति में कई बार विरोधियों द्वारा प्रतिनिधि के कार्य करने और बैठकों में शामिल होने पर पर आपति जताई जाती है एवं खुब हंगामा होता है। लेकिन गांव मोमासर में पत्नी सरपंच के साथ कार्यालय संभालने के लिए पति ने संवैधानिक पद ही ले लिया है। मोमासर में सरिता देवी संचेती सरपंच बनी है एवं उनके पति जुगराज संचेती को उपसरपंच चुना गया है। ऐसे में अब जुगराज बिना किसी विरोध के संवैधानिक ढंग से अपनी पत्नी के साथ पंचायत कार्यालय संभाल सकेगें।

तोलियासर- अमरसिंह

जोधासर- मांगूसिंह

पूनरासर- हेतराम

जालबसर- ग्यारसी देवी

बाना- इमरतनाथ

उदरासर- सुरेन्द्र कुमार

बेनिसर- लिछमादेवी,

बरजांगसर – राजूराम

समदंसर- गीतादेवी

जाखासर- पूराराम

लखासर- सज्जनसिंह

सूडसर- दुर्गाराम

बापेऊ- मालाराम राईका

सतासर- रमेश कुमार

लिखमीसर उतरादा- रामचंद्र

रीडी- शांतिदेवी

ऊपनी- भारती जाट

राजेडू- पेमीदेवी

इंदपालसर सांखलान- श्रवणराम

टेऊ- लालूराम

गुंसाईसर बडा- सुरजीदेवी

बिग्गा- पूजादेवी

कूनपालसर- भोपालसिंह

कल्याणसर – तारादेवी

धीरदेसर चोटियान- भंवरीदेवी

दुसारणा- रेंवतराम

धनेरू- ज्याणी देवी

ठुकरियासर- जमनादेवी

कितासर- टिकूराम

जैतासर- हीरादेवी

सुरजनसर- विनिता

दुलचासर- श्यामसुदंर ओझा

देराजसर- यशोदादेवी

इंदपालसर गुंसाईसर- राधादेवी

सांवतसर – मनिषा

कुंतासर- धन्नीदेवी

लिखमादेसर – मनोहरी देवी

डेलवां- भूराराम

जैसलसर- पप्पूराम

शेरूणा- भागूनाथ

बाडेला- मोहनदास

मोमासर- जुगराज

बींझासर- तुलछाराम

मिंगसरिया- विजयपाल

सोनियासर शिवदानसिंह- भंवरीदेवी

आडसर- गजेन्द्र सिंह

कितासर बिदावतान- रतनसिंह

सोनियासर मिठिया- नानूराम

लिखमीसर दिखणादा- मोहनसिंह

धर्मास – अजीतसिंह

बिग्गाबास रामसरा- सरला

कल्याणसर नया- उर्मिला

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