श्रीडूंगरगढ का इंटरनेशनल सितारा।




श्रीडूंगरगढ टाइम्स।1 जुन, 2019। बड़े गौरव और भीषण तपती गर्मी में कलेजे को ठंडक देने वाला समाचार है ये कि हमारे क्षेत्र का एक सितारा इन्टरनेशनल फलक पर जगमगा रहा है। श्रीडूंगरगढ का नाम विश्वस्तर पर पहुंचाने का काम इस सितारे ने किया है। ये नामचीन शख्सियत है हमारे क्षेत्र के विश्व प्रसिद्ध सितार वादक किशन कथक की है। सितार के सुरों से इन्होनें फ्रांस के तीन फेमस म्यूजिक एलबम से संगीत जगत को मंत्र-मुग्ध किया है। किशन कथक को मई माह में प्रतिष्ठित संगीत अवार्ड “संगीत मणी“ से नवाजा गया। संगीत के राष्ट्रीय मंच महाराणा कुम्भा संगीत समारोह, भातखंडे संगीत समारोह, स्वामी हरिदास समारोह में अपनी प्रतिभा वरिष्ठ कलाकारों के सामने प्रदर्शित कर वाहवाही लूट चुके है। किशन कथक को डाँ जयचंद्र शर्मा अवार्ड भी मिल चुका है। ये कई टी.वी. प्रोग्राम प्रस्तुति दे चुके है। इनकी संगीत साधना अनवरत जारी है। इनका पूरा खानदान माँ सरस्वती की साधना में लगा है। चार भाईयों में सभी अपने-अपने वाद्य यंत्रों के कलाकार है। बड़े भाई परमेश्वरलाल महारानी गायत्री देवी स्कूल में तबला शिक्षा दे रहे है। परमेश्वरलाल गुलाम अली जैसे कलाकारों के साथ मंच साझा कर चुके है। इनके पिता शिवलाल कथक भी प्रसिद्ध तबलावादक रहें है वे आज भी श्रीडूंगरगढ में अपना समय व्यतीत कर रहे हैं। किशन ने गुरू पण्डित चंद्रमोहन भट्‌ट के सान्निध्य में अपने संगीत को निखारा व बुलंदियों पर पहुंचाया। लक्ष्मणगढ के मोदी विद्यालय में अपनी संगीत सेवाएं देने वाले किशन रोजाना अपने संगीत साधना के लिए समय निकालते है। किशन ने श्रीडूंगरगढ टाइम्स को बताया कि संगीत मानसिक शांति के साथ आत्मिक बल भी बढाता, आज के समय में डिप्रेशन से छुटकारा पाने के लिए, बुद्धि की वृद्धि के लिए भी संगीत सबसे उत्तम मार्ग है। किशन चाहते है कि आने वाली पीढी संगीत से जुड़े और संगीत के साथ अपने जीवन को आत्मिक उंचाईयाँ दे सके।

श्रीडूंगरगढ टाइम्स। किशन कथक को मिला प्रतिष्ठित संगीत मणी पुरस्कार।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। फ्रांसीसी कलाकारों के साथ एलबम कुंभ के लिए संगीत देते हुए किशन कथक।
श्रीडूंगरगढ टाइम्स। शिवलाल कथक के चारों पुत्र संगीत जगत के जाने पहचाने चेहरे बने।