श्रीडूंगरगढ टाइम्स 20 जुलाई 2019। गांव हेमासर में ग्रामीणों ने कहा कि नयी पहल करते हुए अपने गांव में रक्तदान शिविर, गौशाला विकास, तालाब सफाई, सभी कार्य अपने स्तर पर करने के प्रयास करेंगे। ग्रामीणों ने बताया कि राजनीतिक रूप से हेमासर उपेक्षा का शिकार रहा है और अब सरकारी उम्मीदों पर नहीं गांव अपने पैरों पर खड़ा होने का प्रयास करेगा। इसी प्रयास के अन्तर्गत ग्रामीणों ने अपने गांव के विकास के लिए एक विकास समिति का निर्माण किया। गांव के ठाकुरजी मन्दिर में शुक्रवार को गांव के सज्जनों ने भागीरथ सारस्वा की अध्यक्षता में बैठक की। इस बैठक में ग्रामीणों ने सर्वसम्मति से हेमासर विकास समिति के लिए कार्यकारिणी का गठन किया। समिति के पदाधिकारियों का चयन करते हुए किशनलाल खातड़िया को अध्यक्ष चुना गया। उपाध्यक्ष बंशीलाल सारस्वा, लालचन्द सारस्वा, सागरमल सारस्वा, मघाराम सारस्वा को नियुक्त किया गया। तोलाराम सारस्वा, लालचन्द, नानूराम, मगनलाल को समिति में सचिव का कार्यभार सोंपा गया। समिति में कोषाध्यक्ष बंशीलाल सारस्वा को नियुक्त किया गया। संगठन मंत्री पद पर सत्यनारायण सारस्वा व प्रचार मंत्री पद पर बिशनलाल सारस्वा को नियुक्त किया गया। समिति के कार्यकारिणी सदस्य लिखमीचन्द सारस्वा, गणेशमल सारस्वा, विकास, राजकुमार, रामरतन, दीलिप कुमार, दिनेश कुमार, शिवनारायण, रतनलाल आदि सदस्यों को शामिल किया गया।
शनिवार दोपहर समिति की प्रथम बैठक सम्पन्न् की हुई। बैठक में अध्यक्ष किशनलाल खांतड़िया ने गांव के सभी ग्रामीणों को साथ आकर गांव के विकास में सहयोग करने का आव्हान किया। खांतड़िया ने कहा कि हेमासर गांव सक्षम होते हुए आस पास गांवों से विकास में पिछड़ गया है। अब सभी ग्रामीण मिल कर अपने गांव में जनहित के कार्य करेंगे। आज की बैठक में रणछोड़ सारस्वा, मोहनराम सारस्वा, दुलाराम तावणियां, जौधराज सारस्वा, गोरधनलाल सारस्वा, सुशील कुमार सारस्वा, हड़मानाराम सारस्वा, शिवप्रसाद सारस्वा, परमेश्वरलाल सारस्वा, बिरबलराम सारस्वा, श्याम सुन्दर सारस्वा, देवकरण सारस्वा, गणेश तावणियां, भगवानदास स्वामी, रतनलाल सारस्वा इत्यादि गांव के प्रमुख व्यक्तियों ने भाग लिया।