











श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 22 जून 2025। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के गांवों में चुनावों के परिणामो में एक बड़ी ही साफ तस्वीर नजर सामने आती है कि किस गांव में किस पार्टी या नेता का वर्चस्व है। इसी तस्वीर के सहारे आने वाले राज में उन गांवों के ग्रामीणों को तव्वजो मिलती देखी गई है। भले ही कांग्रेस राज हो या माकपा विधायक का राज हो सभी पर अपने पक्ष के गांवों को ज्यादा महत्व देने के आरोप लगते रहे हैं। लेकिन वर्तमान राज में यह आरोप उल्टे साबित हो रहे है क्योंकि क्षेत्र में राज के साथी रहे तीन गांवो में ग्रामीण पानी बिजली की समस्या को लेकर बुरी तरह से परेशान हो रहें है और जयपुर संपर्क कर विभाग से अपने काम करवाने का प्रयास कर रहें है। तीनों ही गांव में ग्रामीण विधानसभा व लोकसभा चुनावों में वर्तमान सरकार के एकतरफा वोटर रहें है। बिजली पानी विभागों के अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने से हताश ग्रामीणों ने नाराजगी जताते हुए विधायक सहित जयपुर तक नेताओं के चक्कर लगा रहें है और विभागीय अधिकारियों से संपर्क कर विभाग को कार्यादेश करवाने के प्रयासों में जुटे है।
तोलियासर के उत्तरी व पूर्वी हिस्से में सप्लाई ठप्प, हर घर “पानी दो-पानी दो” की गूंज।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव तोलियासर के उत्तरी व पूर्वी हिस्से में पेयजल सप्लाई ठप्प है। यहां करीब 200 से अधिक घरों में पानी नहीं पहुंच रहा है और सप्लाई पूरी तरह से ठप्प पड़ी है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में ठाकुरजी मंदिर से लेकर भैरव मंदिर तक और सड़क के उत्तर में स्थित हर घर में पानी दो पानी दो की मांग ही गूंज रही है। गांव में नीचले इलाके में सप्लाई हो रही है परंतु आधे गांव में ग्रामीण पानी के लिए तरस रहें है। महिलाओं ने बताया कि गर्मी में पानी ग्रामीण टैंकरों से आपूर्ति कर बढ़े आर्थिक भार से परेशान हो गए है। ग्रामीण जगदीशप्रसाद थानक, महेंद्र भार्गव, कन्हैयालाल सेवग, प्रदीप पुजारी, रामलाल सेवग, श्रवण राजपुरोहित, ओमप्रकाश राजपुरोहित, इंद्र सेवग, कुदंनमल प्रजापत, मोती प्रजापत, लीलाधर प्रजापत, गणेश राजपुरोहित, रेंवतमल, महेंद्र भार्गव, बाबूलाल भार्गव, रामलाल राजपुरोहित, लक्ष्मण नाई सहित अनेक ग्रामीणों ने चार माह से पानी के लिए बुरी तरह से परेशान होने की बात कही है। सरपंच प्रतिनिधि गिरधारी सिंह राजपुरोहित ने बताया कि समस्या के समाधान के लिए कई बार प्रयास किया गया है। लगातार विभाग के चक्कर काट रहें है। चार माह से बड़ी टंकी से सप्लाई जोड़ने के बाद आधे गांव के लोग परेशान हो रहें है। वहीं गांव में जेजेएम योजना में 4 करोड़ 42 लाख में किया गया कार्य ग्रामीणों के हित में ना होकर अहित में साबित हो रहा है।
दो माह पहले धंस गया ट्यूबवेल, प्यासे ग्रामीण और पशुधन, 150 घरों की आबादी में पांच टैंकर सप्लाई, ऊंट के मुंह में जीरे सी राहत।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के गांव भोजास में करीब 150 घरों की आबादी प्यास से बेहाल है। गांव दो माह पहले इन घरों की सप्लाई के लिए बना ट्यूबवेल धंस गया जिससे इन घरों में पेयजल संकट खड़ा हो गया है। गांव के पश्चिम में स्थित इस मोहल्ले में राजपुरोहित, जाट, मेघवाल व नायक समाज के बहुतायत घर है। इन घरों में पशुधन के लिए भी पेयजल संकट खड़ा हो गया है। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दो ट्यूबवेल है जिनसे सप्लाई दी जा रही थी। एक ट्यूबवेल से 100 घरों में दूसरे से 150 घरों में सप्लाई होती थी। करीब दो माह पहले एक ट्यूबवेल धंस गया और इससे करीब 150 घरों में पेयजल सप्लाई ठप्प हो गई है। ग्रामीणों ने बताया कि पानी की मांग करने पर विभाग द्वारा इन 150 घरों के लिए प्रतिदिन 3 टैंकर पानी विभाग द्वारा भेजा जा रहा है। ग्रामीणों की मांग पर विभाग ने टैंकर की संख्या 5 कर दी है इससे भी राहत नहीं मिल पा रही है। ग्रामीणों ने बताया कि 10 दिन में एक बार एक घर में एक टंकी पानी मिलने की बारी आ रही है जो नाकाफी है। ग्रामीण मोहनसिंह राजपुरोहित, गोपालसिंह, राजूसिंह, करणीसिंह, मालाराम कंस्वा, श्रवणसिंह राजपुरोहित, हुनताराम मेघवाल, कालूराम नायक ने मोहल्ले में नए ट्यूबवेल का निर्माण करवाने की मांग करते हुए शीघ्र ग्रामीणों को राहत दिए जाने की मांग की है।
अघोषित कटौती से परेशान ग्रामीण, जताया रोष।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के गांव पुदंलसर में गत करीब एक माह से हो रही अघोषित कटौती के चलते ग्रामीणों ने रोष जताया। ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बेवजह बिजली काटी जा रही है और निकटवर्ती गांव सालासर में पूरी आपूर्ति दी जा रही है। ग्रामीणों ने गांव के साथ सौतेला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए विभागीय अधिकारियों द्वारा सुनवाई नहीं किए जाने के आरोप लगाए।
