श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 अप्रैल 2022। कुतांसर में आज ग्रामीणों द्वारा सहयोग से बनाए गए श्रीवेदप्रकाश ब्रह्मचारी राप्रावि के नवनिर्मित भवन के लोकार्पण समारोह में सरकार के मंत्री से लेकर संत और सैंकड़ो की संख्या में आमजन उपस्थित रहें। इस दौरान किसने क्या कहा..? विशेष झलकियों में देखें।
आरती का अर्थ नहीं जानते वे महाआरती का आयोजन कर रहें है-कल्ला
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। जिन्हें आरती का अर्थ नहीं पता वे महाआरती का आयोजन कर रहें है। ये बात गत दिनों बीकानेर में आयोजित महाआरती के आयोजन पर तंज कसते हुए कांग्रेसी नेता व शिक्षा मंत्री डॉ.बीडी कल्ला ने कही। कल्ला ने कहा कि धर्म के ठेकेदार राजनीति में हो गए है उन्हें आरती करनी ही नहीं आती है। कल्ला ने आरती करना भी बताया और कहा कि गणेश जी को दूध पिलाकर वोट मांगने वालों से सावधान रहें। केन्द्र सरकार को आड़े हाथ लेते हुए कहा कि केन्द्र सरकार ने युवाओं को रोजगार नहीं दिए और देश भर को केवल झांसे दिए है। केन्द्र ने 15 पैसे भी किसी के खाते में नहीं आए और महंगाई बढ़ा कर आमजन का जीवन दुभर कर दिया है। वहीं राज्य सरकार ने 10 लाख का जन जन का बीमा कर सभी को चिरंजीवी कर दिया है। कल्ला ने कहा कि शिक्षा व स्वास्थ्य सहित युवाओं को रोजगार देकर लोकहित की सरकार होने का प्रमाण राजस्थान सरकार ने जनता के सामने पेश किया है। कल्ला ने अपनी बात भी विद्या रूपेण माता को नमस्ते से प्रांरभ की और नार्यस्तु पूजयन्ते रमन्ते तत्र देवता श्लोक भी पढ़ा। कल्ला ने ग्रामीणों से बालिका शिक्षा को बढावा देने की बात भी कहते हुए चरित्रवान बनने पर बल देने की बात कही। उन्होंने विद्यालय को शीघ्र क्रमोन्नत करने का आश्वासन दिया।
आज मांग लिया की लारे ना राख्या- डूडी
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। एग्रो इंडस्ट्रीज डवलपमेंट बोर्ड के अध्यक्ष रामेश्वरलाल डूडी ने खूब चुटकियां ली और ग्रामीणों ने खूब ठहाके लगाए। डूडी ने कहा कि नेताओं को एक मंच पर बुलाओ और आपस में लड़वा दो और खूब घोषणाएं करवा लो। आज पावसेड़ा है सगला कोई मांग राख ना लेया सगली दे देवो। इस पर ग्रामीणो के ठहाके गूंज उठे। डूडी ने सरकार के कृषि बजट की तारीफ करते हुए कहा कि शिक्षा ही विकास का एकमात्र मार्ग है। सभी ग्रामीण बालिकाओं को पढ़ने के पर्याप्त अवसर देवें क्योंकि बालिकाएं अधिक सफलता हासिल कर रही है और महिला शिक्षा से एक नहीं दो घर संस्कारवान हो सकते है। उन्होंने कहा कि बेटा व बेटी एक समान मानने की बात कहते हुए भेदभाव नहीं करने की बात कही। डूडी व कल्ला दोनों ने सभी भामाशाहों का भी आभार प्रकट किया। डूडी ने चुटकियां भी ली व ग्रामीणों को खूब हंसाया भी। उन्होंने कहा कि आज तो कोई मांग हो तो लिख लाओ पूरी हो जाएगी तो ग्रामीणों ने ठहाके लगाए।
योगीराज ने टाइम्स के पाठकों के लिए दिया संदेश।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। योगीराज अमरज्योति महाराज ने उपस्थित जनसमूह को निर्भयता, संगठन की बात कहते हुए स्कूल को ग्रामीणों की मेहनत का प्रतिफल बताया। उन्होंने एक वाकया सुनाते हुए उन्होंने कहा कि नेता किसी भी पार्टी के हो सबका सम्मान करें। अपनी सोच, अपनी दृष्टी और अपने कर्म को सही करके जीवन धारा बदला जा सकने की प्ररेणा दी। महाराज ने अपनी बात गीत के माध्यम से कही। योगीराज ने श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स के पाठकों के लिए भी संदेश देते हुए कहा कि देश जिस दौर से गुजर रहा है हमें एकता की जरूरत है। हम सभी एक है और एक देश के है हमें संगठन और एकता का परिचय देकर देश को आगे बढ़ाना चाहिए क्योंकि देश है तो हम सब है देश नहीं तो कुछ नहीं। महाराज ने कहा कि शक्ति संगठन और एकता में है और उसी से सभी काम संभव हो सकते है।
जन जन का आभार- महिया।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। विधायक गिरधारीलाल महिया ने अध्यक्षता करते हुए स्वागत भाषण देते हुए अतिथियों का स्वागत किया जिसमें उन्होंने गोदारा का नाम भी शामिल किया। महिया ने जन जन का आभार जताया। महिया ने ग्रामीणों की मांग के अनुसार घोषणाएं की ओर कुंतासर के ग्रामीणों को सामूहिकता बनाये रखने को कहा।
कांग्रेस सरकार ने खोले विकास के द्वार- गोदारा।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा ने भी मंत्रियों का स्वागत करते हुए दानदाताओं का आभार जताया। गोदारा ने कहा कि कांग्रेस सरकार ने क्षेत्र के विकास में कोई कमी नहीं रखी और विकास के द्वार खोल दिए। मंच पर गोदारा नजर आए परन्तु कार्यक्रम में गोदारा समर्थक नजर नहीं आए।
चौरड़िया ने पढें विधायक के कसीदे, नहीं लिया गोदारा का नाम।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता तुलसीराम चौरड़िया का परिचय अशोक गहलोत के निकटतम कह कर मंच से दिया गया। चौरड़िया ने अपने व्यक्त्वय में गुरूजी, दोनों मंत्रियों व विधायक के साथ दानाराम भांमू, भरतसिंह राठौड़ का नाम लिया और यही चर्चा का विषय बन गया। चौरड़िया पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा के निकट माने जाते रहें है परंतु आज उन्होंने गोदारा का नाम ही नहीं लिया। चौरड़िया के स्वर बदले बदले से लगे और उन्होंने माकपा विधायक महिया की तारीफ में उनके कसीदे पढते हुए लोकप्रिय नेता बुलाया।