श्रीडूंगरगढ टाइम्स 7 जून 2020। कोरोना पैकेज के नाम पर सरकारें किसानों के साथ खिलवाड़ कर रही है वह बंद करें अन्यथा सरकार ने किसानों के हित को गम्भीरता से नहीं लिया तो परिणाम भुगतने को तैयार रहें। अखिल भारतीय किसान सभा जिलाध्यक्ष और विधायक गिरधारी महिया ये कहते हुए कल किसानों के साथ बिजली बिलों की माफी के लिए बिजली विभाग का घेराव करेने की घोषणा की है। सभा ने राज्यव्यापी आंदोलन करने की बात कहते हुए विभिन्न मांगों को उठाया है। महिया ने राज्य सरकार पर आरोप लगाते हुए किसानों के हालात पर ध्यान देने की बात कही। महिया ने कहा कि बीमा क्लेम की बकाया राशि का भुगतान किसानों को शीघ्र किया जाए। सरकार को लॉकडाउन में उत्पन्न आर्थिक संकट को देखते हुए 6 माह का बिजली घरेलू व कृषि उपभोक्ताओं का बिजली बिल माफ करें। महिया ने कहा कि सरकारी विभागों की कार्यशैली हमारे क्षेत्र में नाकारा हो गयी है। यहां पूर्वाग्रह के चलते अधिकारी आमजन की पानी या बिजली की समस्याओं की सुनवाई भी नहीं कर रहे है। महिया ने बिजली विभाग द्वारा आवेदन किए गए ढाणियों को विद्युत कनेक्शन जारी करने तथा सामान्य श्रेणी के कृषि कनेक्शन तुरंत जारी करने की मांग की है। कृषि विद्युत उपभोक्ताओं की दस हजार रुपए की सब्सिडी को पुन प्रारम्भ करने की मांग की। महिया ने कहा कि किसान मजदूर को 7500/-रु प्रतिमाह जारी कर सरकार किसान मजदूरों को राहत देवें और सभी राशनकार्डधारियों को फ्री राशन जारी रखी जाए। दाल साबुन जैसी दैनिक वस्तुओं को इसमें शामिल किया जाए जिससे गरीब आदमी हाथ धो कर स्वास्थ्य की रक्षा करें। मनरेगा में रोजगार का समय 200 दिन किया जाए और गर्मी में उनका समय 11 बजे तक किया जाए। महिया ने कहा कि सरकार मनरेगा को खेती से जोड़ें और किसानों को बाजरा मोठ मूंग मूंगफली बीज खरीदने पर किसानों को सब्सिडी भी उपलब्ध करवाऐं। विधायक महिया ने सरकार व बीमा कंपनीयो पर आरोप लगाते हुए कहा कि किसानों की फसलों को नुकसान अधिक होने के बावजूद क्लेम कम दिया गया है।