श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 18 अगस्त 2021। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के किसानों की खड़ी मूंगफली की फसल में पानी की जरूरत के समय विभाग ने पांच घंटे बिजली देने और कृषि कुंओं पर बसी ढाणियों में सिंगल फेस सप्लाई बंद करने के निर्णय को क्षेत्र के किसानों ने सिरे से खारिज कर दिया है। इसके खिलाफ उपखंड कार्यालय के घेराव की चेतावनी देते किसान उपखंड कार्यालय के आगे जुटने लगें है। दो दिन से किसान सभी ग्रामीण जीएसएस पर घेराव डाले धरना दे रहें है और किसानों में गहरा आक्रोश है। आज क्षेत्र के किसान किसान संगठनों के आह्वान पर अपनी फसलों की रक्षा करने एकजुट हो रहे हैं। किसानों ने अखिल भारतीय किसान सभा व भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले बिजली का हक लेने संगठित होकर उपखंड कार्यालय पहुंचना प्रारम्भ कर दिया है। किसानों का कहना है कि सरकार को बरसात नहीं होने के कारण बिजली आपूर्ति 6 के बजाय 7 घंटे करने की जरूरत थी लेकिन सरकार किसानों को बर्बाद करने के लिए 6 से घटा कर पांच घंटे करने को आतुर हो गई है जिसे हरगिज सहन नहीं किया जाएगा। किसान निर्णय के विरोध में उतर गए है और सभी गांवो से विरोध जताने आ रहें है। किसान नेताओं ने ऐलान किया है कि किसान अपने खेतों में खड़ी फसलों के नुकसान को कतई सहन नहीं करेगा और पूरी बिजली लिए बिना घर नहीं लौटेगा। बता देवें मंगलवार को रूणियाबास में किसानों के घेराव के बाद 6 घंटे बिजली देने के आदेश कर दिए गए थे। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में जिले की सबसे कम बरसात को देखते हुए बिजली की अतिरिक्त व्यवस्था तो नहीं कि जा रही है वरन 6 से कम करने का आक्रोश किसानों में नजर आ रहा है।