श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 7 सितंबर 2023। श्रीडूंगरगढ अंचल में बरसात नहीं होने से बारानी किसान और बिजली नहीं मिलने से सिंचित किसान बुरी तरह से मायूस हो गए है। बिना पानी और पानी की कमी से खड़ी फसलें तबाह हो रही है और किसान राम के साथ राज से मदद की गुहार लगा रहें है। किसान परिवार भरे गले व हताश स्वर में फसलें बर्बाद होने की गवाही देने लगे है। आप भी पढ़ें ग्राउंड रिपोर्ट
उदरासर, बीरमसर, लाधड़िया के बारानी किसान हताश, मंत्री से की मदद की मांग।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के गांव उदरासर, बीरमसर व लाधड़िया में सिंचित की बजाय अधिकांश किसान बारानी खेती पर ही निर्भर है। लाधड़िया के मंगलाराम नायक ने कहा कि अबके राम ही रूस गयो है। नायक ने कहा कि पहले हुई बरसात के बाद उम्मीद बंधी की जमाना अच्छा होगा परंतु फसलें पकने से पहले ही बिन बरसात के नष्ट होने की कगार पर पहुंच गई है। बीरमसर के मालाराम जोशी ने बताया कि रात दिन किसान परिवार बरसात होने की प्रार्थनाएं कर रहें है। उदरासर के किसान मोहनदास स्वामी ने कहा कि जमाने की आस टूटती जा रही है और किसान परिवार हताश हो रहे है। स्वामी ने बताया कि शुरू में तो ग्वार, बाजर, मोठ, तील की फसलों का उगाव देखकर लगा की इस बार दिवाली पर अन्न से भंडार भर जाएंगे। परंतु अब घर में खाने लायक बाजरा होने की संभावना पर भी पानी फिरता नजर आ रहा है। भाजपा की महिला पदाधिकारी सुमन स्वामी ने केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल को पत्र लिखकर किसानों की मदद करने की मांग की है।
माणकरासर में तीसरे दिन धरना जारी।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के गांव माणकरासर में 33 केवी जीएसएस पर किसानों का धरना आज तीसरे दिन भी जारी रहा। यहां किसान विभाग के कार्मिकों के प्रति लापरवाही का आरोप लगाते हुए पूरी बिजली देने की मांग कर रहें है। किसानों ने खेत में खड़ी फसलों के नष्ट होने पर रोष जताते हुए विभाग को इस नुकसान का जिम्मेदार ठहराते हुए आरोप लगाए। धरने पर आज कांग्रेसी नेता केसराराम गोदारा व लखासर सरपंच प्रतिनिधि गोरधन खिलेरी भी पहुंचे और किसानों की मांगो का समर्थन किया। भाजपा के युवा नेता मांगीलाल गोदारा भी धरनास्थल पर पहुंचे व कांग्रेस सरकार पर किसानों की फसल बर्बाद करने के आरोप लगाए। धरनास्थल पर किसानों ने नारेबाजी करते हुए पूरी बिजली देने की मांग की।
बरजांगसर के किसानों ने सोतेले व्यवहार का लगाया आरोप।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के किसानों की बिजली समस्याओं के लिए यहां के नेता बोलते तो है हमारी आवाज कोई सुनता ही नहीं है। हमारे हिस्से की बिजली बीदासर ले रहा है और हमारे खेतों में खड़ी फसलें जल रही है। मूंगफली बिजाई से आज तक एक भी दिन पूरी बिजली नहीं मिली है। यहां गत दिनों में वोल्टेज के कारण किसानों के लाखों के उपकरण जल गए है जिससे किसानों में आक्रोश बढ़ा है। आखिर किसान जाए तो कहां जाए? ये आरोप लगाते हुए क्षेत्र के गांव बरजांगसर के किसानों का दर्द छलक उठा। बता देवें बरजांगसर व धनेरू की रोही के किसानों को विद्युत आपूर्ति बीदासर के 132केवी जीएसएस से हो रही है और क्षेत्र ऊपनी प्रथम वाले अधिकारियों के पास है। किसानों का आरोप है कि बीदासर जाओ तो कहते है अधिकारी से लिखवा कर लाओ, अधिकारी से कहते है तो वे कहते है कि बीदासर सुनवाई होगी। किसानों ने बताया कि बीदासर से मनमर्जी की ट्रिपिंग व कटौती से किसान तो पिस गया है। किसानों ने बताया कि श्रीडूंगरगगढ के सभी नेताओं से गुहार लगा ली है परंतु क्षेत्र श्रीडूंगरगढ़ का है और सप्लाई बीदासर से होने के कारण हमारे लिए कोई आवाज ही नहीं उठाता है। बरजांगसर के किसान अपने खेतों में मूंगफली की जलती फसल देखकर भरे गले से सोतेले व्यवहार का आरोप लगा रहें है। यहां किसान बुरी तरह से हताश नजर आ रहें है।
आड़सर में सिंचाई के लिए खर्च का भार।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। आड़सर के किसान बिजली का बिल भरने के साथ ही सिंचाई के लिए अतिरिक्त भार भी उठा रहें है। किसानों ने कहा कि किसान के हालात खराब हो गए है और किसान मरता क्या न करता वाली स्थिति में है। किसानों ने बताया कि मजबूरी में जनरेटर से सिंचाई का प्रबंध कर रहें है और जनरेटर का खर्च प्रति घंटे 1700 से 1800 रूपए आ रहा है। किसानों ने कहा कि लाइट कटौती ने बुरी तरह से निराश कर दिया है और फसलें चौपट होने की कगार पर पहुंच गई है। किसानों ने कहा कि बुधवार को मात्र तीन घंटे लाइट दी गई और गत दस दिनों से ट्रिपिंग ने कमर ही तोड़ दी है।