श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 3 मई 2021। क्षेत्र के गांव ठुकरियासर में 1300 घरों की आबादी पेयजल संकट से जूझ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि एक माह से पेयजल किल्लत से जूझ रहे है और भारी कीमतों में पानी के टैंकर डलवाने को मजबूर है। गांव के सरस सेना अध्यक्ष हनुमानसिंह गोदारा ने बताया कि पशुओं के लिए गांव के युवा पानी की व्यवस्था टैंकरों से करवा रहें है। बेरोजगार युवा इससे परेशान हो गए हैं और विभाग सुनवाई नही कर रहा है। गोदारा ने कहा कि अब गांव के बुजुर्ग, युवा व महिलाएं धरना प्रदर्शन करने की योजना बनाने की चर्चा कर रहे है।
आड़सर में हुआ वैक्सिनेशन, कस्बे में युवाओं ने लगवाया टीका।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। गांव आड़सर में ग्रामीणों को कोरोना का टीका लगाया गया। डॉ. मनीषा, नर्सिंग स्टाफ पन्नालाल, सरोज, बजरंग बिस्सू ने 60 ग्रामीणों को टीके लगाए। सरपंच प्रतिनिधि शिवभगवान जोशी मौके पर मौजूद रहें। जोशी ने बताया कि गांव में ग्राम पंचायत द्वारा गाइडलाइन पालना करने के लिए प्रचार किया जा रहा है। श्रीडूंगरगढ़ में भी युवाओं ने आज वैक्सीन का पहला डोज उत्साह के साथ लगवाया। युवा समय से पूर्व सेंटर पर पहुंचे व टीकाकरण करवाया।
पिलाया काढ़ा, दिया जागरूकता का संदेश।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। वार्ड 19 में नागरिकों को इम्युनिटी मजबूत करने के लिए काढ़ा पिलाया गया। यहां पार्षद प्रतिनिधि संजय कुमार करनानी, रमाकांत झंवर, शंकरलाल पेड़ीवाल, विनोद कुमार, सुरेश कुमार मूंधड़ा, गोपीलाल मूंधड़ा, कैलाश पेड़ीवाल ने अपनी सेवाएं दी।
वहीं दूसरी ओर राष्ट्रीय मानवाधिकार एवं आरटीआई जागरूकता संगठन ने मुख्य बाजार में गांधी पार्क के पास, श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाना, उपखण्ड कार्यालय एवं तहसील कार्यालय के अलावा SBI बैंक में भी काढ़ा वितरण किया।
संगठन के जिलाध्यक्ष ललित ओड, तहसील अध्यक्ष कन्हैयालाल गोदारा,
शहर अध्यक्ष भंवरसिंह शेखावत सहित राजेश शर्मा, संतोष विनायकिया, ओमप्रकाश ओड, कोजूराम रेगर, प्रकाश दुसाद, हुकमुराम मोरवानी, विमल शर्मा, मेघराज आंवला, शंकर राणा ने सेवा सहयोग किया।
गांव बापेऊ में राजकीय आयुर्वेदिक औषधालय में तैयार काढ़ा युवाओं ने ग्रामीणों को घर घर जाकर पिलाया व जागरूकता का संदेश दिया।
कालवा ने पीएम मोदी को लिखा पत्र।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। क्षेत्र के योगगुरु ओम कालवा ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिख कर योग अभ्यास को आवश्यक सेवाओं में शामिल करने की मांग की। उन्होंने कहा कि कोरोना काल में शारीरिक रूप से व मानसिक एवं भावनात्मक रूप से मजबूत होने के लिए योग आवश्यक है। और इसे आवश्यक सेवाओं की श्रेणी में शामिल किया जाना चाहिए व योग शिक्षको को भी कोरोना योद्घा के रूप में मान्यता दी जानी चाहिए। उन्होंने बताया की महासंघ द्वारा देश भर में ज्ञापन अभियान चलाया गया है जिसमें सभी विभागों को इससे अवगत करवाया गया है।