श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 अगस्त 2020। रक्षाबंधन के पावन पर्व पर गोदारा समाज ने सामाजिक कुरीति मृत्युभोज व ओढ़ावणी के बंधन तोड़ कर आगे बढ़ने का फैसला किया है। हमारे क्षेत्र में गांव मोमासर अनेक नवीनताओं को अपना कर प्रगतिशीलता का प्रमाण देता रहा है। अब मोमासर में बसे गुसाईंसर वाले गोदारा परिवारों ने एकजुट होकर मृत्युभोज नहीं करने व ओढ़ावणी नहीं लेने का निर्णय लेकर गांव में अन्य समाजों के लिए प्रेरणा प्रस्तुत की। सोमवार को चोखाराम गोदारा की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में समाज के गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया और मृत्युभोज बंद करने के कानून को पूर्ण समर्थन देने की बात कहते हुए अपने समाज में इसे बंद करने का निर्णय लिया। बैठक में कुशलाराम, उदाराम, गणेशाराम, कानाराम, मदनलाल, लिच्छिराम, मोहनराम, केशराराम, बजरंग लाल, श्रवण गोदारा उपस्थित रहें व एक स्वर में ओढ़ावणी नहीं लेने की बात पर सहमति प्रकट की। इससे पूर्व में भी गोदारा समाज ने गांव में अंग्रेजी बबूल समाप्त करने व झाड़-झंखाड़ साफ करने के अभियान में महत्त्वपूर्ण योगदान दिया था।