May 14, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 31 अक्टूबर 2021। भागदौड़ भरी इस जिदंगी में लोग काम में इतने व्यस्त हो चुके हैं कि वह खुद के लिए समय नहीं निकाल पाते. उल्टा सीधा खानपान और गलत लाइफस्टाइल के चलते इम्युनिटी और स्टेमिना दोनों कम होने लगते हैं, लिहाजा आगे चलकर कई बीमारियां हावी हो सकती हैं. व्यायाम के रूप में योग करना अपनी शारीरिक क्षमता और मानसिक शक्ति को बढ़ाने के लिए एक शानदार तरीका है.

इस खबर में हम आपके लिए सेतुबंध योग आसन के बारे में जानकारी दे रहे हैं, यह स्टेमिना को बढ़ाने में कारगर है. नियमित तौर पर इस आसन का अभ्यास करने से पाचन और गले की खराश जैसी समस्याओं में भी राहत मिलती है. नीचे जानिए इसे करने का तरीका और फायदे…

सेतुबंध योग आसन करने की विधि (Method of doing Setubandha Yogasana)

  1. सबसे पहले एक योगा मैट को बिछा के सीधे यानि पीठ के बल लेट जाएं.
  2. अब इसके बाद अपने पैरों को घुटनों के यहाँ से मोड़े और अपने कूल्हों को फर्श से ऊपर उठायें.
  3. अपने दोनों हाथों को पीठ के नीचे लाएं और दोनों को आपस में जोड़ लें.
  4. इस आसन में रहते हुए आप 20 बार सांस लें और और फिर अपनी प्रारंभिक स्थिति में आ जाएं.
  5. स्टेमिना को बढ़ाने के लिए आप इसे 5 मिनिट तक करने का प्रयास करें.
  6. याद रखें कि सेतुबंध करने के समय को धीरे धीरे बढ़ाते जाएं.

सेतुबंध आसन  से मिलने वाले फायदे (Benefits of Setubandh Asana)

  1. इसका नियमित अभ्यास करने से कमर दर्द हमेशा-हमेशा के लिए गायब हो सकता है.
  2. शीर्षासन के बाद अगर सेतुबंध किया जाये तो थाइरोइड के लिए बहुत प्रभावी है.
  3. इस योगाभ्यास के करने से रीढ़ की हड्डी में अच्छी लचक देखी जा सकती है.
  4. इस आसन के करने से पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है.
  5. पाचन संबंधित एंजाइम के स्राव में यह मदद करता है, लिहाजा आप कब्ज की समस्या से बच सकते हैं.
  6. इसके अभ्यास से आप अपने किडनी को स्वस्थ रख सकते हैं.
  7. सेतुबंध के अभ्यास से आपको अस्थमा में बहुत हद तक सफलता मिल सकती है.
  8. जिनका पैर कमजोर है और जब तब शून्य हो जाता है उसे सेतुबंध आसन करना चाहिए.

सेतुबंध का अभ्यास करते वक्त रखें ये सावधानियां

  • हाईपर एक्टिव थाइरोइड वाले मरीज इसे न करें
  • ब्लड प्रेशर के मरीज भी इस आसन को न करें
  • गर्दन में किसी भी तरह का दर्द होने पर इसे न करें
  • अगर घुटने में भी दर्द है तो इसे करने से बचें.
  • कंधे में तकलीफ होने पर भी इसे नहीं करना चाहिए.

यहां दी गई जानकारी किसी भी चिकित्सीय सलाह का विकल्प नहीं है. यह सिर्फ शिक्षित करने के उद्देश्य से दी जा रही है.

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