


श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 24 फरवरी 2023। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के किसानों के लिए पहले पाला और अब तेजी से बढ़े तापमान के कारण फसलें खात्मे की ओर है और आखिरी उम्मीद गिरदावरी से ही है। क्षेत्र में घाटे का सौदा बनी खेती में सहारा फसलों का बीमा क्लेम और सरकारी मुआवजा बन सकता है और यह गिरदावरी पर निर्भर है। ऐसे में श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स ने गत वर्ष और इस वर्ष फरवरी माह में तापमान में 7 से 9 डिग्री तक बढ़े होने से किसानों को हो रहें नुकसान की खबर को विशेष रिपोर्ट के रूप में प्रकाशित किया गया। टाइम्स की इस खबर के बाद क्षेत्र के नेताओं ने इस सबंध में सक्रियता दिखाई है और किसानों के हक की आवाज को बुलंद किया है। आप भी पढें क्षेत्र के जागरूक नेताओं के प्रयासों की खबर।
भाजपा ने जाखड़ की अगुवाई में सौंपा ज्ञापन, की मुआवजा देने की मांग।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स में तापमान के आंकड़ों के साथ प्रकाशित खबर के बाद भाजपा व युवा मोर्चा के कार्यकर्ता सक्रिय हुए। पूर्व जिलापरिषद सदस्य हेमनाथ जाखड़ की अगुवाई में कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के नाम पत्र प्रशासन को सौंपा। जाखड़ ने कहा कि क्षेत्र में 90 प्रतिशत आबादी कृषि आय पर निर्भर है। ऐसे में पाले से नुकसान के बाद बढ़े हुए तापमान से गेंहू, सरसों, चना नष्ट हो गया है। बिना दाना पड़े फसलें सुख गयी है और सरकार सही गिरदावरी करवा कर किसानों को मुआवजा देवें। जाखड़ के साथ भवानी प्रकाश तावनिया, महेंद्र सिंह, ओमप्रकाश नाई, महेंद्र सिंह, मांगीलाल गोदारा, चेतन सुथार, धर्माराम नायक, भोमाराम नायक सहित अनेक युवा शामिल रहें।
सम्मान समारोह में व्यस्त विधायक ध्यान देवें, क्षेत्र के किसान मौसम की मार से बेहाल है- माचरा।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। फसल बीमा कंपनियां किसानों का शोषण कर रही है और इसमें केंद्र व राज्य सरकार की मिलीभगत है। युवा नेता डॉक्टर विवेक माचरा ने टाइम्स की खबर प्रकाशित होते ही आंकड़े प्रशासन को दिखाए और किसान हित में निर्णय लेने की बात कही। माचरा ने विधायक महिया को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र में किसान मौसम की मार से बेहाल है और विधायक को सम्मान समारोह से फुर्सत हो तो वे ध्यान देवें और किसानों को उनका हक दिलवाए। इस दौरान सुल्तान डूडी, अमृतवासी, रामप्रताप, जैसाराम, सुखराम, धन्नाराम गोदारा, श्रवण जाखड़, सुखराम, सहित अनेक किसान मौजूद रहे और प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन प्रशासन को दिया। सभी ने एक स्वर में पाले से हुए नुकसान का आंकलन ठीक ठीक नहीं करने व अब गर्मी से हो रहें नुकसान की गिरदावरी करवाने की मांग की है।

