श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 15 अप्रेल 2023। आम आदमी पार्टी को हाल ही में राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा मिला है। दिल्ली व पंजाब में उसकी सरकार है, वहीं गुजरात, गोवा, हिमाचल में वो पांव फैलाने की कोशिश कर रही है। मगर आरम्भ से ही आप व उसके नेता विवादों के घेरे में है। दिल्ली के दो मंत्री मनीष सिसोदिया व जैन तो अभी हिरासत में है। जांच एजेंसियों के निशाने पर अब तो आप के मुखिया अरविंद केजरीवाल आ गए हैं। सीबीआई ने सीएम केजरीवाल को नोटिस देकर पूछताछ के लिए तलब किया है।
मसला है दिल्ली की शराब नीति का। इस मामले में मनीष सिसोदिया, शराब व्यापारी व कुछ अधिकारी पहले से ही हिरासत में है। ईडी, सीबीआई लगातार जांच कर रही है और धमाके करती जा रही है। वहीं आप नेता संजय सिंह, राघव चड्ढा सहित अनेक लोग जांच एजेंसियों को ही सवालों के घेरे में लाकर केंद्र सरकार व पीएम, गृह मंत्री पर आरोप , वो भी तीखे आरोप लगा रहे हैं। हालांकि जांच एजेंसियों की कार्यवाही पर आप ही नहीं कांग्रेस, टीएमसी, टीआरएस, राजद आदि भी लगातार सवाल खड़े कर रहे हैं। सत्य तो समय सामने लायेगा मगर फिलहाल सीबीआई ने केजरीवाल को ही घेरे में ले लिया है। शराब नीति में सिसोदिया को जमानत नहीं मिली। जांच एजेंसियों का मानना है कि उसमें केजरीवाल की भूमिका है इसलिए उनसे पूछताछ जरुरी है। हालांकि इस सवाल का जवाब तो नहीं मिल रहा कि जांच एजेंसियों के निशाने पर केवल विपक्ष के नेता ही क्यों है। ये ही सवाल आप व कांग्रेस के नेता उठा रहे हैं।
शराब नीति का मामला अपनी जगह है, तथ्य सामने आ जायेंगे। मगर इस एक्शन से राजनीति में बड़ा बदलाव आ रहा है। अगले आम चुनाव को लेकर नये समीकरण बन रहे हैं। विपक्ष के जो नेता दुरियां बनाये हुए थे, वे भी अब नजदीक आने लगे हैं।
आप व कांग्रेस के बीच छतीस का आंकड़ा था। कांग्रेस के एकता के प्रयासों को कभी आप ने साथ नहीं दिया। मगर अब हालत बदली है। नीतीश ने कांग्रेस से मिलने के बाद केजरीवाल से मुलाकात की। बाद में उन्होंने कहा कि आप को अब विपक्ष के साथ आने में कोई परेशानी नहीं है। इसी तरह के संकेत टीएमसी सुप्रीमो ममता दीदी ने दिए हैं। उनके भतीजे व कुछ नेता भी जांच के घेरे में आये हुए हैं। बहरहाल, अगले आम चुनाव को लेकर दिन प्रतिदिन राजनीतिक समीकरण बदल रहे हैं। उससे लगता है कि देश की राजनीति में कई बड़े बदलाव होंगे और उनका असर आम चुनाव पर पड़ेगा।
– मधु आचार्य ‘ आशावादी ‘
वरिष्ठ पत्रकार