April 19, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 25 अक्टूबर 2022। 🚩श्री गणेशाय नम:🚩 शास्त्रों के अनुसार तिथि के पठन और श्रवण से माँ लक्ष्मी की कृपा मिलती है ।
वार के पठन और श्रवण से आयु में वृद्धि होती है।
नक्षत्र के पठन और श्रवण से पापो का नाश होता है।
योग के पठन और श्रवण से प्रियजनों का प्रेम मिलता है। उनसे वियोग नहीं होता है ।
*करण के पठन श्रवण से सभी तरह की मनोकामनाओं की पूर्ति होती है ।

📜 आज का पंचांग 📜

☀ 25 – Oct – 2022
☀ Sri Dungargarh, India

☀ पंचांग
🔅 तिथि अमावस्या 04:20 PM
🔅 नक्षत्र चित्रा 02:17 PM
🔅 करण :
नाग 04:20 PM
किन्स्तुघ्ना 04:20 PM
🔅 पक्ष कृष्ण
🔅 योग विश्कुम्भ 12:31 PM
🔅 वार मंगलवार

☀ सूर्य व चन्द्र से संबंधित गणनाएँ
🔅 सूर्योदय 06:40 AM
🔅 चन्द्रोदय चन्द्रोदय नहीं
🔅 चन्द्र राशि तुला
🔅 सूर्यास्त 05:55 PM
🔅 चन्द्रास्त 05:56 PM
🔅 ऋतु हेमंत

☀ हिन्दू मास एवं वर्ष
🔅 शक सम्वत 1944 शुभकृत
🔅 कलि सम्वत 5124
🔅 दिन काल 11:15 AM
🔅 विक्रम सम्वत 2079
🔅 मास अमांत आश्विन
🔅 मास पूर्णिमांत कार्तिक

☀ शुभ और अशुभ समय
☀ शुभ समय
🔅 अभिजित 11:55:24 – 12:40:26
☀ अशुभ समय
🔅 दुष्टमुहूर्त 08:55 AM – 09:40 AM
🔅 कंटक 07:25 AM – 08:10 AM
🔅 यमघण्ट 10:25 AM – 11:10 AM
🔅 राहु काल 03:06 PM – 04:31 PM
🔅 कुलिक 01:25 PM – 02:10 PM
🔅 कालवेला या अर्द्धयाम 08:55 AM – 09:40 AM
🔅 यमगण्ड 09:29 AM – 10:53 AM
🔅 गुलिक काल 12:17 PM – 01:42 PM
☀ दिशा शूल
🔅 दिशा शूल उत्तर

☀ चन्द्रबल और ताराबल
☀ ताराबल
🔅 भरणी, रोहिणी, मृगशिरा, आर्द्रा, पुनर्वसु, आश्लेषा, पूर्वा फाल्गुनी, हस्त, चित्रा, स्वाति, विशाखा, ज्येष्ठा, पूर्वाषाढ़ा, श्रवण, धनिष्ठा, शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, रेवती
☀ चन्द्रबल
🔅 मेष, वृषभ, सिंह, तुला, धनु, मकर

📜 चोघडिया 📜

🔅रोग 06:40:08 – 08:04:35
🔅उद्वेग 08:04:35 – 09:29:02
🔅चल 09:29:02 – 10:53:28
🔅लाभ 10:53:28 – 12:17:55
🔅अमृत 12:17:55 – 13:42:22
🔅काल 13:42:22 – 15:06:48
🔅शुभ 15:06:48 – 16:31:15
🔅रोग 16:31:15 – 17:55:42
🔅काल 17:55:42 – 19:31:20
🔅लाभ 19:31:20 – 21:06:58
🔅उद्वेग 21:06:58 – 22:42:37
🔅शुभ 22:42:37 – 24:18:15
🔅अमृत 24:18:15 – 25:53:53
🔅चल 25:53:53 – 27:29:32
🔅रोग 27:29:32 – 29:05:10
🔅काल 29:05:10 – 30:40:48

❄️ लग्न तालिका ❄️

🔅 तुला चर
शुरू: 06:09 AM समाप्त: 08:28 AM

🔅 वृश्चिक स्थिर
शुरू: 08:28 AM समाप्त: 10:47 AM

🔅 धनु द्विस्वाभाव
शुरू: 10:47 AM समाप्त: 12:51 PM

🔅 मकर चर
शुरू: 12:51 PM समाप्त: 02:34 PM

🔅 कुम्भ स्थिर
शुरू: 02:34 PM समाप्त: 04:02 PM

🔅 मीन द्विस्वाभाव
शुरू: 04:02 PM समाप्त: 05:28 PM

🔅 मेष चर
शुरू: 05:28 PM समाप्त: 07:04 PM

🔅 वृषभ स्थिर
शुरू: 07:04 PM समाप्त: 09:00 PM

🔅 मिथुन द्विस्वाभाव
शुरू: 09:00 PM समाप्त: 11:15 PM

🔅 कर्क चर
शुरू: 11:15 PM समाप्त: अगले दिन 01:36 AM

🔅 सिंह स्थिर
शुरू: अगले दिन 01:36 AM समाप्त: अगले दिन 03:53 AM

🔅 कन्या द्विस्वाभाव
शुरू: अगले दिन 03:53 AM समाप्त: अगले दिन 06:09 AM

❄️ सूर्यग्रहण ❄️

शाम 04:31 से शाम 05:57

सूर्य ग्रहण के सूतक काल में क्या करें – सूर्य ग्रहण के सूतक काल से लेकर सूर्य ग्रहण के समाप्त होने तक अपने ईष्ट के मंत्रों का जाप करना चाहिए। यदि आप अपने ईष्ट के बारे में नहीं जानते तो किसी भी भगवान के मंत्रों का जाप कर सकते हैं। सूर्य ग्रहण का सूतक काल लगने से पहले ही अपने खाने पीने की वस्तुओं में तुलसी दल अथवा कुशा अवश्य डाल लें।
यदि आपके बच्चे छोटे हैं तो उन्हें सूर्य ग्रहण के सूतक काल के समय बिल्कुल भी अकेला न छोड़ें और यदि वह नवजात हैं तो आपको इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
यदि आप गर्भवती हैं तो सूर्य ग्रहण के सूतक काल से ही आपको घर के अंदर रहना चाहिए। किसी भी प्रकार से सूर्य ग्रहण की छाया अपने गर्भ पर न पड़ने दें।
यदि आपके घर में मंदिर है तो सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर उसके दरवाजे बंद कर दें या फिर उस पर परदा डाल दें।
यदि आप किसी प्रकार की सिद्धि प्राप्त करना चाहते हैं तो सूर्य ग्रहण के सूतक काल से ही उस देवी या देवता की पूजा और उसके मंत्रों का जाप करें।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल समाप्त होने के बाद अपने पीने के पानी को अवश्य बदलें यदि हो सके तो पूरे घर के ही पानी को बदल लें।
सूर्य ग्रहण का सूतक समाप्त होने के बाद अपने बच्चों को स्नान अवश्य कराएं और स्वंय भी स्नान करें।
सूर्य ग्रहण का सूतक लगने से पहले ही दान के लिए वस्तुएं निकाल लें और सूर्य ग्रहण समाप्त होने के बाद किसी जरूरतमंद को यह दान दे दें।
सूर्य ग्रहण के सूतक काल में पहने वस्त्रों को सूर्य ग्रहण के समाप्त होने के बाद किसी निर्धन व्यक्ति को दान में दे दें यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो आप उन्हें किसी सुरक्षित स्थान पर फेंक दें।

सूर्य ग्रहण के सूतक काल में क्या न करें – सूर्य ग्रहण के सूतक काल में किसी सुनसान जगह या शमशान आदि जगह से बिल्कुल भी न गुजरें। क्योंकि इस समय में बुरी शक्तियां अत्यंत ही प्रभावी रहती हैं।
सूर्य ग्रहण के सूतक काल से ही गर्भवती महिलाओं को कुछ भी काटना नहीं चाहिए और न हीं किसी भी प्रकार से सूईं धागे का प्रयोग करना चाहिए।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने के बाद आपको भूलकर भी कुछ नहीं खाना चाहिए।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने के बाद आपको सोना नहीं चाहिए। यह नियम बच्चों, बिमार और वृद्ध लोगों के लिए मान्य नहीं है।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने के बाद तुलसी के पत्तों को बिल्कुल भी न तोड़ें। यदि आपको तुलसी का प्रयोग करना हैं तो आप सूर्य ग्रहण के सूतक काल से पहले तुलसी के पत्तों को तोड़ सकते हैं।
सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर भगवान की मूर्तियों को बिल्कुल भी स्पर्श न करें।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल लगने के बाद किसी भी प्रकार से मांस और मदिरा का प्रयोग न करें नहीं तो आपको कई प्रकार की परेशानियां हो सकती है।
सूर्य ग्रहण का सूतक काल प्रारंभ होने के बाद शारीरीक संबंध बिल्कुल भी न बनाएं क्योंकि ऐसा करने से आपके होने वाले बच्चे पर इसका बुरा प्रभाव पड़ सकता है।
सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर सूर्य की और नंगी आंखों से बिल्कुल भी देखें। क्योंकि ऐसा करने पर आपकी आंखें खराब हो सकती है।
सूर्य ग्रहण का सूतक लगने पर किसी भी शुभ काम का प्रारंभ न करें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आपको इसके शुभ परिणाम प्राप्त नहीं होंगे।

सूर्य ग्रहण के असर से इन राशियों को होगी घोर परेशानी – मिथुन राशि: आपके खर्चों में वृद्धि होगी. इनकी आर्थिक स्थिति खराब हो सकती है. पारिवारिक जीवन में मनमुटाव हो सकता है. यह समय निवेश के लिए अनुकूल नहीं है. नौकरी और व्यापार में गिरावट देखी जा सकती है.
तुला राशि: इस सूर्य ग्रहण का इन जातकों सबसे अधिक अशुभ प्रभाव पड़ेगा. हर तरफ से तनाव मिल सकता है दुर्घटना या चोट भी लग सकती है.
मकर राशि: सेहत ख़राब हो सकता है. नौकरी और व्यापार में गिरावट होने की संभावना है. नौकरी में बदलाव संभव है जो कि शुभ नही है. इस दौरान नौकरी में बदलाव न करें. कोई भी बड़ा फैसला न लें.

सूर्य ग्रहण से इन्हें धन लाभ- मीन राशि : सूर्य ग्रहण के प्रभाव से मीन राशि के जातकों को धनलाभ मिल सकता है. आप सही योजना के साथ आगे बढ़ेंगे. धैर्य बनाए रखें उन्नति के मार्ग खुलेंगे.
धनु राशि : सूर्य ग्रहण धनु राशि के जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है. आपको कई स्रोतों से धन लाभ होगा. इस दौरान तरक्की करेंगे. करीबी लोगों को बेहतर मार्गदर्शन करेंगे. निवेश से धन लाभ मिलेगा.
सिंह राशि : आपको धन लाभ होने की संभावना है. अटका हुआ धन वापस मिल सकता है. नौकरी में तरक्की से धन लाभ होगा. कार्यों में सफलता मिलेगी.
कर्क राशि : सूर्य ग्रहण के दौरान आपके सभी कार्य सफल होंगे, रुकी हुई योजनाएं शुरू होंगी. वाहन, भूमि, भवन आदि खरीदने के लिए फैसला ले सकते हैं.

पण्डित विष्णुदत्त शास्त्री
8290814026

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