श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 4 फरवरी 2023। सेवा में लगने वाला तन, मन और धन ही सार्थक है वर्तमान परिपेक्ष्य में हर व्यक्ति महान दानी बन सकता है, क्योंकि धन से कहीं अधिक तन और मन से सेवा का महत्व है। जरूरतमंदों की सेवा में सलंग्न होने की यह प्रेरणा एसीजेएम अमरजीत सिंह ने शनिवार को कस्बे के राजकीय बेगराज सोमाणी नेत्र चिकित्सालय प्रांगण में चल रहे निशुल्क मोतियाबिंद आपरेशन शिविर के तहत आयोजित सम्मान समारोह में बतौर अतिथि दी। एसीजेएम ने देहदान, अंगदान के लिए भी प्रेरणा दी एवं जरूरतमंदों के नेत्र आपरेशन शिविरों को प्रेरणीय आयोजन बताते हुए अधिकाधिक संख्या में नेत्र ज्योतियां प्रदान करने में सलंग्न रहने का आह्वान किया। सामाजिक संस्था नागरिक विकास परिषद के शिविर प्रभारी एडवोकेट रणवीरसिंह खीची ने बताया कि कांतादेवी डाकलिया की स्मृति में सोहनलाल, नेमचंद, रामलाल डाकलिया परिवार के आर्थिक सहयोग से आयोजित इस शिविर में 58 महिलाओं एवं 47 पुरूषों के कुल 105 आपरेशन किए गए। डाक्टर सुनील गोयल एवं डाक्टर संजीव सहगल की टीम ने आपरेशन किए। शनिवार को आयोजित सम्मान समारोह में विशिष्ट अतिथि दानदाता परिवार के प्रतिनिधि तुलसीराम चौरडिया ने शिविर प्रबंधन की सराहना करते हुए कार्यकर्ताओं की सेवा भावना को प्रेरणीय बताया एवं ऐसे सेवा भावों के कारण ही दानदाताओं द्वारा खुले मन से समाजसेवा के लिए धन अपर्ण करने की बात कही। कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए संस्थाध्यक्ष जगदीश स्वामी ने संस्था गतिविधियों के बारे में बताया एवं शिविर सहप्रभारी सत्यनारायण स्वामी ने शिविर के लाभार्थियों को सेवा का मौका देने के लिए आभार जताया एवं शिविर की व्यवस्थाओं के बारे प्रचार कर अन्य जरूरतमंदों को शिविर के प्रति जागरूक करने की अपील की। कार्यक्रम में डाक्टर सुनील गोयल ने लाभार्थियों को आवश्यक सावधानी निर्देशों के बारे में बताया। संस्था मंत्री ललील बाहेती ने आभार जताया एवं कार्यक्रम के दौरान सेवाएं देने वाले युवाओं का सम्मान किया गया। शिविर में सेवांए दे रहे संस्था कार्यकर्ता कोषाध्यक्ष बालकृष्ण पांडिया, पूर्व अध्यक्ष श्रवणकुमार सिंधी, उपमंत्री सुरेश भादाणी, श्रीगोपाल तापडिया, रमेश प्रजापत, कुंभाराम घिंटाला, मनोज गुसांई, ओमप्रकाश सारस्वा, एडवोकेट गोपीराम जानूं, एडवोकेट बाबूलाल झेडू, अभियोजन अधिकारी गजेन्द्रसिंह सहित बड़ी संख्या में कस्बे के सामाजिक कार्यकर्ता एवं शिविर के लाभार्थियों के परिजन मौजूद रहे।