श्रीडूंगरगढ टाइम्स 1 जुलाई 2019। शबद ग्रंथ संशोधन समिति ने जसनाथी साहित्य में संशोधन हेतु सुझाव मांगे है। समिति के अध्यक्ष बहादुरनाथ सिद्ध ने बताया कि जसनाथी साहित्य की पुस्तकें 1996 में छपवाई गयी। जो अब सभी बिक गयी है। शबद ग्रंथ पुस्तकें पुन प्रकाशन के लिए देनी है इस हेतु समाज के कोई नागरिक भूल सुधार या किसी महापुरूष या संत की समाधि संगधि कोई जानकारी देना चाहता है तो एक अगस्त तक लिखित में बीकानेर सिद्ध धर्मशाला में पहुँचा देवे।



[responsivevoice_button voice="Hindi Female" buttontext="हिंदी में न्यूज़ सुने "]