July 2, 2024

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 जून 2024। इन दिनों प्रदेश एवं केन्द्र दोनों में भाजपा की सरकार होने के कारण डबल इंजन की सरकार का शब्द जोरों से गूंज रहा है लेकिन श्रीडूंगरगढ़ शहरवासी कई इंजनों के बाद भी शहर की सरकार के ठप्प पड़ जाने से परेशान है। श्रीडूंगरगढ़ में वार्ड पार्षद, पालिका बोर्ड, विधायक, सांसद व प्रधानमंत्री तक सभी भाजपा के होने के बाद भी शहर के प्रति लापरवाही के कारण आने वाले समय में बरसात भी बड़ी आफत की तरह झेलने को शहरवासी मजबूर होंगे। हालात यह है कि हर वर्ष जहां मानसून से पहले चैम्बरों की, भूमिगत नालों की, जोहड़ ही सफाई कर दी जाती है ताकि मानसून के दौरान कटोरीनुमा बसे हुए शहर को डूब क्षेत्र बनने से बचाया जा सके। लेकिन फिर भी शहर के कई इलाकों में बरसात के कारण जलभराव होने, कच्चे-पक्के मकानों के गिरने की घटनाएं होती है। इस वर्ष मानसून सर पर आ खड़ा हुआ है लेकिन शहर में चैम्बरों, नालों की, जोहड़ की सफाई तो दूर सामान्य सफाई तक नहीं हो पा रही है। शहर में अनेकों जगहों पर कीचड़, मिट्टी से अटे चैम्बरों, नालियों के कारण गलियां गंदे पानी से लबालब भर चुकी है। वहीं शहर में अनेकों जगहों पर कचरे का ढेर लगे पड़े है। ऐसे में कोढ़ में खाज की स्थिति तो एक जुलाई सोमवार से बनेगी जब शहर में सफाई कार्य टेंडरों के अभाव में पूर्णतया ठप्प पड़ने की स्थिति बन जाएगी। पढ़ें इसी विषय पर विशेष रिपोर्ट।

पहले थी आचार संहिता, अब उदास संहिता, नहीं हो पाए सफाई ठेके।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। लोकसभा चुनावों की आचार संहिता के कारण 31 मार्च 2024 को समाप्त होने वाले सफाई ठेके नए नहीं किए जा सके। इस कारण एक बार तो अप्रेल माह की शुरूआत में सफाई व्यवस्था ठप्प हो गई थी। लेकिन बाद में जैसे तैसे विशेष आदेश लेकर सफाई टेंड़रों को तीन महिनों के लिए बढ़ाया गया। तीन माह की ये मोहलत शनिवार 30 जून को समाप्त हो गए है। 1 जुलाई से पुन: सफाई व्यवस्था ठप्प होने के हालात बन गए है। हालांकि देश भर में लोकसभा चुनावों के परिणामों के बाद आचार संहिता समाप्त हुए एक माह होने को आया है। लेकिन श्रीडूंगरगढ़वासियों के लिए तो यह आचार संहिता उदास संहिता बनकर जैसे लगी हुई ही हो।

स्थाई ईओ के अभाव में अटके काम।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में स्थाई ईओ के अभाव में कार्य अटके हुए पड़े है। पालिकाध्यक्ष मानमल शर्मा ने सफाई ठेके नहीं होने, विकास कार्य ठप्प हो जाने व अन्य रोजमर्रा के कार्यों में भी हो रही देरी के लिए ईओ द्वारा प्रतिदिन नहीं आने का कारण बताया है। शर्मा ने बताया कि ईओ सप्ताह में डेढ़ दिन ही आते है एवं इस कारण कार्यों को गति नहीं मिल पा रही।

पार्टी राज आने के बाद खस्ता हो गई भाजपा शासित पालिका की हालत।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका पर गत कांग्रेस सरकार के कार्यकाल के दौरान भ्रष्टाचार के व्यापक आरोप भी लगे थे व कई बार पालिका विवादित भी रही थी। राज बदलने के बाद शहरवासियों की भी उम्मीदें जागी कि पालिका बोर्ड, विधायक एवं राज्य सरकार तीनों भाजपा के होने से विरोधाभास खत्म हो जाएंगे और शहर में कार्य तीव्र गति से होंगे। लेकिन वास्तविकता यह है कि पार्टी का राज आने के बाद भाजपा शासित पालिका की हालत और अधिक खस्ता हो गई है। यहां कार्मिकों की ऐसी कमी पहले नहीं आई थी।

पहली बरसात में सहमे शहरवासी, कल से बढ़ेगी मुश्किलें, कहां हो सुनवाई.?

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। दो दिन पूर्व शहर में हुई मानसून की पहली बरसात से शहरवासी सहम गए है। हालांकि बारिश अधिक नहीं हुई थी लेकिन फिर भी जलभराव की स्थिति कई जगहों पर बन गई थी। ऐसे में गत वर्ष की तरह एक ही दिन में करीब 150 एमएम बारिश हो गई तो शहर में कई इलाके डूब क्षेत्र बन जाएंगें। गत वर्ष की बारिश में शहर में आठ से अधिक जगहों पर मकान गिर गए थे व इस बार के मानसून के कारण क्षेत्र की स्थिति राम-भरोसे ही होने वाली है।

कोढ़ में खाज, पहले से बिगड़ी व्यवस्था, अब हालात होगें बद से बदतर।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। शहर में वर्तमान में चल रहे सफाई ठेकों पर भी पालिका में पद रिक्त चलने से मोनिटरिंग का कार्य ठीक ढंग से नहीं हो पा रहा है। इस कारण शहर में पहले से ही सफाई व्यवस्था पूर्णतया चरमराई हुई है। शहर में घर-घर कचरा संग्रहण टैक्सी-ट्रेक्टर दिखाई नहीं देते और हर गली में कचरे के ढेर नजर आ रहें है। कई जगहों पर गलियां कीचड़ का तालाब बनी हुई दिख रही है। ऐसे में टेंडर के अभाव में 1 जुलाई से हालात बद से बदतर हो जाएगें।

पालिका में जितने संसाधन है उतनों का अधिकतम प्रयास सफाई व पानी निकासी में किया जा रहा है। दो दिन पूर्व आई बारिश के बाद भी जल भराव की सूचना पर मै स्वयं सुबह 4.30 बजे जोहड़ पर पहुंच कर जलनिकासी में जुट गया था। लेकिन कार्मिकों की कमी पूरी करने, स्थाई ईओ लगाने के लिए विधायक सहित जयपुर तक आवाज पहुंचा दी गई है। अब ऊपर वाले सुनें तभी हालात सुधर सकते है। सफाई टेंडर की प्रक्रिया जारी है और शीघ्र ही प्रक्रिया पूरी करने का प्रयास भी किया जा रहा है।

मानमल शर्मा, पालिकाध्यक्ष श्रीडूंगरगढ़।

श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। बरसाती जल निकासी के बाद फैला है गलियों में फैला है कीचड़।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। वार्ड 32 में गली बनी स्थाई तालाब, रहवासी खासे परेशान।

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