श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 28 सितंबर 2019। हमारा श्रीडूंगरगढ़ यूं तो मेहमाननवाज़ी के लिए प्रसिद्ध है पर इस बार खास ये है कि भारत के अग्रणी पंक्ति में खड़े बीएसएफ जवानों ने, भारत माँ के सपूतों ने हमारी इस खासियत की भूरी भूरी प्रसंशा की ओर पूरी यात्रा में एकमात्र श्रीडूंगरगढ़ का बीएसएफ ने सम्मान किया। अर्द्धसैनिक बलों द्वारा निकाली गयी साईकिल यात्रा को जो सम्मान, स्नेह श्रीडूंगरगढ़ में मिला ऐसा पोरबंदर से दिल्ली तक कहीं नही मिला। आज पूरे राजस्थान के क्षेत्र में श्रीडूंगरगढ़ को बीएसएफ ने सम्मान पत्र सौंपे तो हर नागरिक गर्व से भर गया।
बीएसएफ के डीआईजी यशवंतसिंह ने कहा कि एक जवान सीमा पर अपना सर्वस्व न्योछावर कर देता है क्योंकि उसके देश के नागरिकों के दिलों में जवान के लिए सम्मान है। ये सम्मान जवान की ताकत है और साईकिल यात्रा के दौरान जो असीम सम्मान और प्रेम हमें श्रीडूंगरगढ़ वासियों ने दिया इससे सभी सैनिक अभिभूत हुए। साईकिल यात्रा को झुंझुनू तक विदा करने के बाद लौटते हुए सिंह ने ये विचार व्यक्त किये। रैली के समन्वयक बीकानेर बीएसएफ मुख्यालय के सैकंड इन कमांड अधिकारी बाबूलाल यादव ने बताया कि पूरे क्षेत्र में श्रीडूंगरगढ़ जैसा अविस्मरणीय सम्मान, स्नेह सेना के प्रति प्रेम कहीं देखने को नहीं मिला इस कारण बीएसएफ ने एकमात्र श्रीडूंगरगढ़ के आयोजकों का सम्मान करना तय किया। इस रैली के अभिनंदन कार्यक्रम को ऐतिहासिक बनाने के लिए बीएसएफ ने अखिल सारस्वत समाज कुण्डिया अग्रणी महासमिति के प्रदेशाध्यक्ष जुगल किशोर तवनियाँ, सेसोमू स्कूल के अध्यक्ष जगदीश मूंधड़ा, महाप्रज्ञ जनकल्याण केंद्र के रिद्धकरण लुनियां, व्यापार मंडल के कन्हैयालाल सोमानी, श्यामसुंदर पारीक, केमिस्ट एसोसिएशन के निर्मल पुगलिया, रमेश मूंधड़ा, सारस्वत समाज के रिगताराम शर्मा, नागरिक विकास परिषद के निर्मल पुगलिया व विशाल स्वामी को बीएसएफ की तरफ से सम्मान पत्र प्रदान किया गया। कार्यक्रम में प्रशासनिक व्यवस्था के लिए तहसीलदार सुभाषचंद्र जाट, पुलिस व्यवस्था के लिए थानाधिकारी सत्यनारायण गोदारा को भी बीएसएफ ने स्मृति चिह्न भेंट किये।
बीएसएफ के डीआईजी यशवंतसिंह का महाप्रज्ञ जनकल्याण केंद्र के रिद्धकरण लुनियां, बजरंगलाल सेठिया ने अभिनंदन किया।

