श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 11 अक्टुबर 2019। क्षेत्र की ग्राम पंचायत तोलियासर शुक्रवार को एक बार फिर सुर्खियों में आ गई जब पंचायत के सरपंच प्रतिनिधि को पुलिस सीओ प्रदीप सुंडा द्वारा गिरफ्तार किया गया। पंचायत की सरपंच सावित्री देवी नाई के देवर ओमप्रकाश नाई पंचायत का कार्य देखते है एवं पंचायत के गांव जैतासर में गोचर व वन विकास का कार्य पंचायत के माध्यम से करवा रहे है। जैतासर की गोचर एवं अन्य सरकारी भूमि पर हुए अतिक्रमणों को भी पंचायत द्वारा हटाया गया एवं गौशाला के पीछे की भूमि पर सेवण घास चारागाह विकास का कार्य पंचायत द्वारा करवाया गया। इसी कार्य के दौरान गत 5 सितम्बर को सेवण घास बुवाई कर रहे ट्रेक्टर एवं अतिक्रमणकारियों के मध्य विवाद हो गया था। विवाद में पंचायत द्वारा जहां 8 आरोपी नामजद व 3-4 अन्य अतिक्रमियों के खिलाफ राजकार्य में बाधा डालने, राजकीय सम्पत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज करवाया गया था वहीं दूसरे पक्ष की और से जैतासर निवासी तखाराम ने सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश व अन्य दो लोगों के खिलाफ अपनी पत्नी की लज्जा भंग करने, जातिसूचक गालियां देने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज करवाया था। इस प्रकरण की जांच सीओ प्रवीण सुंडा कर रहे है एवं सुंडा ने शुक्रवार को लंबी पूछताछ के बाद ओमप्रकाश नाई को शाम चार बजे गिरफ्तार कर लिया।
ओछी राजनीति की चर्चा।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 10 अक्टूबर 2019। तोलियासर ग्राम पंचायत द्वारा चारागाह विकास के कार्य को भले ही केन्द्र से आई आडिट टीम ने सराहा हो लेकिन स्थानीय स्तर पर अतिक्रमण हटाने का खामियाजा सरपंच परिवार को भुगतना पड़ रहा है। सरपंच प्रतिनिधि पर पंचायत के विकास कार्य के दौरान परस्पर मामले दर्ज करवाने के बाद एक और सरपंच द्वारा करवाए गए मामले में अभी तक गिरफ्तारी नहीं होने एवं अतिक्रमणकारियों द्वारा करवाए गए मामले में गिरफ्तारी होने से क्षेत्र में ओछी राजनीति की चर्चाओं को हवा दी है। सरपंच प्रतिनिधि ओमप्रकाश को सुबह से ही पूछताछ के लिए बैठाए रखने एवं शाम होने पर गिरफ्तार करने, शनिवार एवं रविवार को न्यायालय अवकाश को देखते हुए शुक्रवार को गिरफ्तार करने के संयोग ने इन चर्चाओं को और जोरों पर गर्मी दी है। गिरफ्तारी के बाद सरपंचों में भी रोष व्याप्त है। हर कोई अतिक्रमणकारियों के पक्ष में राजनैतिक शह देने वाले नेताओं को शक के घेरे में ला रहा है।
पहले भी पंचायत रही सुर्खियों में।
श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स। सांसद आदर्श ग्राम पंचायत के रूप में चयनित ग्राम पंचायत तोलियासर विगत कुछ वर्षाें से लगातार विवाद एवं सुर्खियों में रह रही है। तोलियासर भैंरूजी मंदिर में मूर्ति चोरी प्रकरण हो या चाहे पंचायत द्वारा अतिक्रमण हटाने का विवाद हो। इसके बाद लोकसभा चुनावों में केन्द्रीय मंत्री को काले झंडे दिखाने का मौका हो या अब विकास कार्य करवा रहे सरपंच प्रतिनिधि पर मामला दर्ज करवा कर उसकी गिरफ्तारी करने का मौका हो। तोलियासर ग्राम पंचायत लगातार विवादों एवं सुर्खियों में रह रही है। इन सभी प्रकरणों की आंच श्रीडूंगरगढ उपखण्ड मुख्यालय तक भी पहुंची एवं कई बार धरने, प्रदर्शन हुए है। लेकिन अब सरपंच प्रतिनिधि की गिरफ्तारी ने पुनः तोलियासर को चर्चा में ला दिया है।