



श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स 30 सितम्बर 2019। क्षेत्र के हर गांव में जागरूक नागरिकों व नेताओं द्वारा गांव के राजकीय विद्यालय में संसाधनों की कमी पर आक्रोश जताते तो बहुत बार देखा गया है लेकिन गांव ठुकरियासर के वरिष्ठ ग्रामीणों द्वारा सरकार के भरोसे नहीं रह कर गांव के स्तर पर ही विद्यालय में संसाधन जुटाने एवं अपने गांव के बच्चों का भविष्य संवारने का बीड़ा उठाया गया है। राजनैतिक रूप से अपने अपने गुटों में बंटे गांव ठुकरियासर के ग्रामीणों ने गांव के राजकीय विद्यालय में सहयोग के लिए एक मंच पर आना स्वीकार किया है एवं राजनैतिक भेद मिटा कर विद्यालय को सहयोग कर रहे है। सोमवार को विद्यालय में ऐसे सहयोगियों का सम्मान समारोह एवं ग्रामीण रामेश्वरलाल सुथार परिवार द्वारा विद्यालय में निर्मित करवाए गए जलमंदिर, वाटर कुलर का लोकार्पण समारोह आयोजित किया गया। गांव के वरिष्ठ नागरिकों ने वाटर कुलर लोकार्पित करते हुए विद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थियों को जीवन में सफल बनने एवं सफल बनने के बाद सामाजिक जिम्मेवारी व कर्तव्य निवर्हन करने की प्रेरणा दी। कार्यक्रम में विद्यालय में जलमंदिर बनवाने वाले रामेश्वरलाल सुथार, ग्राम पंचायत द्वारा पानी की टंकी, कुंड, चारदिवारी निर्माण करवाने वाले सरपंच गोपालनाथ सिद्ध का व विद्यालय में चौक निर्माण करवाने वाली व 51 मेज-टेबल प्रदान करने वाली गांव के युवाओं की समिति शैक्षिक उत्थान समिति, विद्यालय में 51 मेज-टेबल प्रदान करने वाले भीखाराम तावणियां, 21 मेज-टेबल प्रदान करने वाले परमेश्वरलाल सुथार, अभिनंदन किया गया। कार्यक्रम संयोजन शिक्षक रामप्रताप जाखड़ ने किया एवं शिक्षक ओमप्रकाश पूनियां ने स्वागत किया, मोहनलाल सहू ने आभार जताया।

सभी लेवें प्रेरणा- गांव ठुकरियासर के इन ग्रामीणों से प्रेरणा लेकर अन्य ग्रामीणों ने भी विद्यालय विकास में अपनी भागीदारी निभाने का संकल्प लिया है। और यह प्रेरणा केवल ठुकरियासर तक सिमित ना रह कर सभी गांवों में पहुंच जाए एवं हर गांव के जिम्मेवार नागरिक अपने अपने गांव के राजकीय विद्यालयों का विकास करने का बीड़ा उठा ले तो शिघ्र ही क्षेत्र की शैक्षिक तस्वीर बदलती नजर आएगी। श्रीडूंगरगढ़ टाइम्स सभी गांवों के ग्रामीणों से यही अपील करता है कि आप सभी भी अपने अपने गांव में अपनी सामाजिक जिम्मेवारी निभाने आगे आएं।